Thursday, August 1, 2013

इ गर्वनस शब्द शासकीय भाषा में केन्द्र एवं राज्यों शासनों में प्रचलित हैं लेकिन मध्यप्रदेश जन संपर्क ने नया शब्द इजाद कर लिया है- ए

अबतक इ गर्वनस शब्द शासकीय भाषा में केन्द्र एवं राज्यों शासनों में प्रचलित हैं लेकिन मध्यप्रदेश जन संपर्क ने नया शब्द इजाद कर लिया है- एम गर्वनेस जिसके अन्र्तगत जनसम्पर्क विभाग के अपर सचिव एवं अपर संचालक जो पिछले एक दशक से ज्यादा समय से विज्ञापन शाखा को देख रहे है। और इसके माध्यम में अपने नित्य सखा अथवा साझेदार को लाभ पहुँचाने में कोई कसर नही छोड़ते है।

पिछले वित्तीय वर्ष में मुख्यमंत्री के मोबाईल संदेश के नाम पर १५ लाख रूपये और इस वित्तीय वर्ष में ६ लाख रूपये एम गर्वनेस के नाम पर सामाजिक न्याय विभाग से नशा मुक्ति मोबाईल संदेश के नाम पर वेबसाइट mppost.com को भुगतान किया गया हैं। विभाग की तरफ से पत्र लिखकर राशि का आवन्टन मंगवाया जाना भी एक विचारनीय और जाँच का मुद्दा हैं, मध्यप्रदेश में भाजपा चुनाव में हारती हैं तो ठिकरा लाजपत अहुजा के नाम फूटना तय हैं परन्तु वह तब वो करोड़ो की हेरा-फेरी कर चुका होगा और सेवानिवृत्त हो जाएगा ।

हम यहॉ स्पष्ट करना चाहेंगे कि भाजपा नेता सुश्री उमा भारती के खिलाफ श्री दिग्विजय सिंह ने मानहानि का मामला दायर किया था तब mppost.com के कर्ताधर्ता सरमन नगेले उनके गवाह थे। इन्हे जब भी मौका मिलता है आहुजा उपक्रत करने का अवसर चुकते नही है फलाँ संघियों की जमात को कौन समझाऐं कि विभीषण और रावण दोनों उनके यहॉ विघमान है।

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