Wednesday, September 19, 2012

शिवराज के घर भी विराजे गणपति


 शिवराज के घर भी विराजे गणपति
Sep 19,
भोपाल। देश के अन्य हिस्सों की तरह मध्य प्रदेश में भी जगह-जगह बुधवार को गणेश चतुर्थी के मौके पर गणपति की प्रतिमाओं की स्थापना की गई। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आवास पर भी गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना विधि-विधान से की गई।
गणेश चतुर्थी के मौके पर बुधवार की सुबह से ही गणपति जी की प्रतिमाओं की स्थापना का दौर जय जयकार के साथ शुरू हो गया, जो पूरे दिन जारी रहा। राजधानी भोपाल से लेकर गांव की गलियां तक गणपति की वंदनाओं से गूंज रहे हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने अपनी धर्मपत्नी साधना सिंह तथा पुत्रों के साथ केन्द्रीय पुस्तकालय के पीछे इतवारा की एक गली में स्थित शिल्पकार देवेन्द्र प्रजापति के घर जाकर भगवान गणेश की मूर्ति ली।
चौहान भगवान गणेश की मूर्ति गोद में लेकर निवास आए। यहां धार्मिक विधि-विधान से गणेश जी की स्थापना की गई। इस अवसर पर चौहान ने भगवान से प्रदेश में रिद्घि-सिद्घि और प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की

मुख्तार की संपत्ति कुर्क करेगी पुलिस


 मुख्तार की संपत्ति कुर्क करेगी पुलिस
Sep 18

भोपाल। श्यामला हिल्स स्थित अहाता रुस्तम खां में हथकड़ी में जकड़े कुख्यात गुंडे मुख्तार मलिक को देखने के लिए भीड़ इकट्ठा थी। पुलिस मुख्तार के मकान का वह अनुबंध पत्र जब्त करने गई थी, जो उसने मार्बल व्यवसायी बालमुकुंद वैष्णव का अपहरण कर अनिता उर्फ रानी के नाम कराया था। पुलिस ने अपराधों से अर्जित संपत्ति कुर्क करने के लिए अदालत में आवेदन भी प्रस्तुत किया है।
सोमवार की सुबह सीएसपी सलीम खान और टीआई जहांगीराबाद पीएन गोयल मुख्तार को उसके घर अहाता रुस्तम खां लेकर गए थे। जैसे ही पुलिस की गाड़ी से मुख्तार उतरा उसे देखने के लिए लोग जुट गए। पुलिस ने उसके घर के बाहर लगे मासिक पत्रिका के बोर्ड को भी जब्त कर लिया।
नेताओं और अफसरों की बन रही सूची पुलिस मुख्तार से उन ठिकानों की जानकारी जुटा रही है, जहां वह अपराध करने के बाद फरारी काटता था। यह भी पता किया जा रहा है कि उसके किन राजनेताओं और अफसरों से संबंध हैं। पुलिस ने ऐसे लोगों की सूची तैयार की है। पुलिस के हाथ में मुख्तार द्वारा प्रकाशित एक मासिक पत्रिका भी आई है जिसमें कांग्रेस व भाजपा नेताओं के साथ उसके फोटो छपे हैं।
गाड़ी मालिकों से भी होगी पूछताछ पुलिस ने मुख्तार के पास से जो गाड़ियां बरामद की हैं, वे दूसरों के नाम से रजिस्टर्ड हैं। पुलिस ने सभी गाड़ियों की जानकारी निकाली है। यह गाड़ियां जिनके नाम हैं, पुलिस अब उनसे पूछताछ करेगी। आशंका है कि मुख्तार ने यह लग्जरी गाड़ियां अड़ी डालकर हासिल की हैं।
Date18-9-2012  

मुख्तार मलिक की संपत्ति का रिकॉर्ड खंगालने लगी पुलिस


   भोपाल। पुलिस अफसरों के वीआईपी ड्यूटी में लगे होने के कारण कुख्यात बदमाश मुख्तार मलिक से जैसी पूछताछ होनी चाहिए वह नहीं हो पा रही है। इधर, अदालत से अनुमति मिलने के बाद पुलिस ने अपराधों से अर्जित मुख्तार की संपत्ति की जांच शुरू कर दी है।

जहांगीराबाद पुलिस ने मार्बल व्यवसायी बालमुकुंद वैष्णव के अपहरण और दस लाख फिरौती के मामले में मुख्तार और उसके तीन साथियों को पांच दिन पहले गिरफ्तार किया था। पुलिस मुख्तार से फरारी के दौरान छिपने के ठिकानों, अन्य राज्यों में बदमाशों से संबंध, नेताओं और पुलिस अफसरों से संबंधों का पता कर रही है। इस बीच पुलिस के वीआईपी ड्यूटी में लगे होने के कारण मुख्तार से बारीकी से पूछताछ नहीं हो पा रही है। हाईप्रोफाइल बदमाश मुख्तार से हवलदार और एएसआई पूछताछ कर रहे हैं।

Tuesday, September 18, 2012

महिलाओं ने संभाली अवैध धंधो की कमान


 महिलाओं ने संभाली अवैध धंधो की कमान

इंदौर 18 सितम्बर 2012। गंदा है पर धंधा है... इंदौर में कुछ महिलाओं पर ये बात बिलकुल सटीक साबित होती है।
खबर है कि शहर में अवैध शराब के काले कारोबार की कमान महिलाओं ने संभाल रखी है।
शहर में पुरूषों के बजाए महिलाओं का इस अवैध धंधे में बोलबाला है. सहारा समय की खबर के अनुसार आबकारी विभाग की नाक में महिलाओं ने दम किया हुआ है।
ये महिलाएं सामान्य महिलाएं न होकर अवैध शराब के खेल की बड़ी खिलाड़ी है।
काला कारोबार करने वाली ये महिलाएं इंदौर के पश्चिम इलाके में अवैध शराब बेचती हैं।
आबकारी विभाग के मुताबिक ऐसी महिलाओं की सूची 50 से ज्यादा है।
शहर के निचली और गरीब बस्तियों में इन महिलाओं का रसूख खूब चलता है।
अमूमन अपराध जमानती होने की वजह से आबकारी विभाग को इन्हें मौके पर छोड़ देना पड़ता है लेकिन जो महिलाएं लगातार अवैध शराब के कारोबार में पकड़ी जाती है उनके खिलाफ फिर विभाग सख्त कार्रवाई करता है।
अब आबकारी विभाग में ऐसे महिलाओं से निपटने की तैयारी नए सिरे से शुरू कर दी है. अब अवैध शराब के कारोबार से जुड़ी महिलाओं पर पैनी नजर रखने के साथ उनकी सूची भी तैयार की जा रही है।
खासतौर पर वीकएंड पर सख्ती बढ़ाई जा रही है। क्योंकि इसी मौके पर अवैध शराब का धंधा जोरों पर होता है।







मध्यप्रदेश को प्रतिष्ठित कृषि नेतृत्व 2012 पुरस्कार 19 सितंबर को मिलेगा
भोपाल 18 सितम्बर 2012। मध्यप्रदेश का कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रतिष्ठित कृषि नेतृत्व अवार्ड-2012 के लिए चयन किया...
गजभिये फिर जुटेंगे अम्बेडकर परिनिर्वाण भूमि के लिये
भोपाल 17 सितम्बर 2012। अनुसूचित जाति वर्ग के नेता तथा मप्र अजा वित्त एवं विकास निगम के मंत्री दर्जा प्राप्त अध्यक्ष इन्द्रेश गजभिये ...
अंतर्राष्ट्रीय धर्म-धम्म सम्मेलन कि तैयारियां पूर्णता की ओर
भोपाल 17 सितम्बर । भोपाल में 22-23 सितम्बर को होने वाले दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय धर्म-धम्म सम्मेलन में श्रीलंका के राष्ट्रपति श्री महेन्द्रा राजपक्षे...
आम जनता के लिये निःशुल्क दवाई वितरण योजना शुरू होगी
भोपाल 17 सितम्बर 2012। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आम जनता को दवाई उपलब्ध करवाने के लिये निःशुल्क दवा...
इंदौर में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगारों से लाखों की ठगी
इंदौर 17 सितम्बर 2012। मध्य प्रदेश के इंदौर में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगारों से कथित रूप से लाखों रुपये की ठगी के मामले में ...
नदी में नहाने गए पांच बच्चे डूबे, चार शव बरामद
भोपाल 17 सितंबर 2012। राजधानी भोपाल में रविवार को पांच बच्चों की हलाली नदी में डूबने से मौत हो गई। चार शव बरामद ...


Date: 18-09-2012    
 

बेटियों का सम्मेलन जल्द - मुख्यमंत्री श्री चौहान


 बेटियों का सम्मेलन जल्द - मुख्यमंत्री श्री चौहान
साहसी बालिकाओं का सम्मान किया जायेगा
भोपाल 16 सितंबर 2012। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि बेटियों का सम्मेलन जल्दी ही आयोजित किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यह बात आज यहाँ मुख्यमंत्री निवास पर साहसी बालिकाओं से मुलाकात के दौरान कही। एम.पी. नगर स्थित सांईनाथ गर्ल्स हॉस्टल की इन बालिकाओं ने एक असामाजिक तत्व को पकड़कर पुलिस के हवाले किया था।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इन बालिकाओं को पुरस्कृत किया जायेगा तथा प्रमाण-पत्र दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर कदम पर बेटियों के साथ है। बेटियाँ हर क्षेत्र में आगे बढ़े। उन्होंने स्वामी विवेकानंद का उल्लेख करते हुए कहा कि मनुष्य चाहे तो जीवन में हर काम कर सकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने वाले पुलिसकर्मियों को भी पुरस्कृत किया जायेगा। इस दौरान ए.डी.जी. श्री विजय यादव और एस.एस.पी श्री योगेश चौधरी भी उपस्थित थे।

अंतर्राष्ट्रीय धर्म-धम्म सम्मेलन कि तैयारियां पूर्णता की ओर


अंतर्राष्ट्रीय धर्म-धम्म सम्मेलन कि तैयारियां पूर्णता की ओर
भोपाल 17 सितम्बर । भोपाल में 22-23 सितम्बर को होने वाले दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय धर्म-धम्म सम्मेलन में श्रीलंका के राष्ट्रपति श्री महेन्द्रा राजपक्षे सहित ब्रिटेन, फ्रांस, नीदरलैंड, वियतनाम, चीन, इस्राइल, मिश्र, इण्डोनेशिया जापान आदि लगभग 22 से अधिक देश के अध्येता और दार्शनिक सम्मिलित होंगे। यह जानकारी सम्मेलन के समन्वयक श्री दीपक शर्मा नें आज विश्व संवाद केंद्र कार्यालय में पत्रकारवार्ता के दौरान दी। यह सम्मेलन
मध्यप्रदेश संस्कृति विभाग एवं सेन्टर फॉर द स्टडी ऑफ रिलीजन एण्ड सोसाइटी नई दिल्ली तथा महाबोधि सोसायटी श्रीलंका द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सम्मेलन विधान सभा भवन में सम्पन्न
होने जा रहा है। उसकी सारी तैयारियां पूर्णता की ओर है। सम्मेलन में भाग लेनें 40 देशों से विशिष्ट अतिथि एवं
शोध पत्र प्रस्तुत करनें हेतु अतिथियों की स्विकृति प्राप्त हो चुकी है। कुल मिलाकर लगभग 300 अतिथि सम्मेलन में भाग लेंगे एवं 100 से अधिक शोध पत्रों को प्रस्तुत किया जायेगा।
5 समानान्तर कक्षों में समानान्तर सत्र चलेंगे जिनकों विभिन्न श्रेणियों के विषय विषेषज्ञ शोध पत्रों पर चर्चा कर अपना मन्तव्य प्रस्तुत करेंगें।

Tuesday, September 11, 2012

मध्य प्रदेश में अघोषित तौर पर प्रेस की सेंसरशिप लागू कर दी गई है


 भोपाल  मिशन २०१३ में जुटे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा अब मीडिया पर शिकंजा कसना आरंभ कर दिया है। मध्य प्रदेश में अघोषित तौर पर प्रेस की सेंसरशिप लागू कर दी गई है। भाजपा या सरकार के पक्ष वाले संस्थानों को विज्ञापनों से लादा जा रहा है जबकि अन्य मुंह ताकने पर मजबूर हैं।

मध्य प्रदेश में भले ही अपराधियों, भ्रष्टाचारियों और बलात्कारियों के मामले हर रोज उजागर हो रहे हैं लेकिन विकास और जन कल्याण के क्षेत्र में व्याप्त भारी निराशा के बाद भी भाजपा ने जनसंपर्क विभाग की पीठ पर सवार होकर चुनाव की वैतरणी पार करने की व्यूह रचना की है। इसी के तहत सबसे पहले अखबारों को सरकारी विज्ञापन का चाबुक दिखाकर अपने कब्जे में करने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया गया है।

जनसंपर्क विभाग के सर्वाधिक रसूखदार और अमीर अपर संचालक लाजपत आहूजा को इसी रणनीति के अंतर्गत हाल ही में विज्ञापन के साथ-साथ समाचार शाखा का प्रभार भी सौंपा गया है। दरअसल इन्हीं दो शाखाओं में जनसंपर्क विभाग समाहित है। प्रदेश के इतिहास में पहली बार इस तरह विज्ञापन और समाचार शाखा एक ही अधिकारी के हाथों में सौंपी जा रही है।

यूं तो जनसंपर्क विभाग में कई अपर संचालक हैं, किंतु लाजपत आहूजा भारतीय जनता पार्टी का सर्वाधिक चहेता अधिकारी है। फर्क इतना ही है कि वह भाजपा के कार्यालय दीनदयाल परिसर की बजाय जनसंपर्क संचालनालय में बैठते है। भाजपा सरकार के नौ वर्ष के कार्यकाल में सरकारी विज्ञापन के कुबेर के खजाने की चाबी कमोबेश आहूजा की जेब में ही रही है। पूर्व मुख्य सचिव राकेश साहनी भी इस अधिकारी के साथ बहुत कृपालु थे। फलस्वरूप अघोषित रिश्तों के कारण उनके कार्यकाल में तो इसकी सभी उंगलिया घी में डूबी रहती थीं।

सरकारी विज्ञापनों को एक च्च्काले धंधेज्ज् में परिवर्तित करने में लाजपत आहूजा का बड़ा योगदान रहा है। सरकारी विज्ञापन के बल पर कई च्च्नाकुछज्ज् तथाकथित बैठकबाज पत्रकारों को करोड़पति बनाने का श्रेय इसी अधिकारी को है। भाजपा को यह अधिकारी इतना रास आ गया है कि जनसंपर्क विभाग चाहे किसी भी मंत्री के पास क्यों न रहा हो, ढे़र सारी शिकायतों के बाद भी कोई उसके अंगदी पैर को विज्ञापन शाखा से एक इंच भी हिला नहीं पाया। पत्रिका अथवा अखबार की १०० प्रतियां छपवाकर २५ से लेकर ५० हजार तक का सरकारी विज्ञापन झटक लेने का गोरखधंधा आहूजा के कार्यकाल में ही पनपा है और अब तो वह पूरे शबाब पर है। लोग आहूजा को जनसंपर्क विभाग में च्च्लॉ और आर्डरज्ज् का जनक भी कहते हैं। अब तो हजारों तथाकथित पत्रकार आहूजा की कृपा की ही रोटी खा-पचा रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे लाजपत आहूजा को विज्ञापन और समाचार शाखा का एक साथ प्रभार भाजपा के मुख्यालय में बनी गुप्त रणनीति के तहत सौंपा गया है। समाचार शाखा के प्रभारी अपर संचालक के रूप में आहूजा अब हर दिन निगरानी रखेगा कि किस अखबार ने भाजपा और उसकी सरकार के बारे में क्या तथा कैसा छापा है। यह निश्चित है कि जो अखबार नकारात्मक समाचारों और टिप्पणियों के द्वारा भाजपा सरकार की विफलताओं को जनता के सामने लाने का दुस्साहस करेंगे, उन्हें आहूजा की विज्ञापनी कृपा के लिए निश्चित ही तरसना पड़ेगा। अब आहूजा के जरिये राज्य सरकार का एक ही सूत्र काम करेगा-च्च्भाजपा और उसकी सरकार के भले की बात छापो, अन्यथा रस्ता नापो।च्च् भविष्य में रात को दिन और स्याह को सफेद बताने वाले अखबारों को ही सरकारी विज्ञापन मिलेंगे, जनसंपर्क विभाग की इस नई प्रशासनिक व्यवस्था ने बड़ी बेशर्मी के साथ यह तय कर दिया है। कांग्रेस इसको भाजपा सरकार द्वारा लादी गई च्च्अघोषित सेंसरशिपज्ज् मानती है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा है कि जनसंपर्क विभाग के बजट में विज्ञापन मद में हर साल जो अरबों का प्रावधान किया जाता है, वह सरकार की योजनाओं और सुविधाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए है। जनसंपर्क विभाग इस बजट से यह बुनियादी काम न करते हुए भारतीय जनता पार्टी को चुनावी लाभ पहुंचाने वाले विज्ञापन जारी करके शासकीय धन का आपराधिक दुरूपयोग कर रहा है। दरअसल यह बजट जनसंपर्क विभाग का खुद का न होकर विभिन्न विकास विभागों के प्रचार मद को काटकर जनसंपर्क विभाग को स्व. अर्जुनसिंह के मुख्य मंत्री काल में सौंपा गया बजट है। इस निर्णय के पीछे उद्देश्य यह था कि जनसंपर्क विभाग योजना मूलक प्रचार करेगा, किंतु विज्ञापनों के जरिए ऐसे प्रचार की बजाय अधिकांश बजट मुख्य मंत्री और मंत्रियों तथा भाजपा की छवि सुधारने पर खर्च हो रहा है।






जनसंपर्क संचालनालय द्वारा अमरिका में मिलने वाले मध्य प्रदेश के सम्मान की खबर से परहेज ही किया गया


भोपाल (नन्द किशोर) देश के हृदय प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा सरकार अपनी कामयाबियों पर भले ही इठला रही हो, पर शिव के गण (वरिष्ठ सरकारी कर्मचारी) किसी और के इशारों पर ही काम कर रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान लाख जतन कर प्रदेश में भाजपा और खुद को लोकप्रिय बनाने का प्रयास कर रहे हों पर आला अधिकारी उनके इन प्रयासों में पलीता ही लगाते नजर आ रहे हैं।

ज्ञातव्य है कि पूर्व में मध्य प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित करने वाले मध्य प्रदेश के जनसंपर्क संचालनालय द्वारा अमरिका में मिलने वाले मध्य प्रदेश के सम्मान की खबर से परहेज ही किया गया। इसके बाद स्वाधीनता दिवस के आयोजन में महामहिम लाट साहब द्वारा स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों के सम्मान की खबरों में फिरंगियों से लड़कर देश को स्वाधीनता दिलावाने वालों को भूलकर जनसंपर्क विभाग द्वारा अपने लोगों और अफसरान के नाम से खबर जारी कर साबित कर दिया कि अफसरान को शिवराज सिंह चौहान की छवि की परवाह कतई नहीं है। प्रदेश के आला अधिकारियों की कारगुजारियों के चलते होने वाली स्थिति से प्रदेश में शिवराज सिंह चौळान की छवि प्रभावित हुए बिना नहीं है।

मध्य प्रदेश भाजपा के एक धड़े के बीच चल रही चर्चाओं पर अगर यकीन किया जाए तो मध्य प्रदेश में आयतित होकर आए देश के एक क्षेत्र विशेष के लोगों द्वारा शिवराज सिंह चौहान की छवि पर कालिख लगाने का जतन किया जा रहा है। आला अधिकारियों की पदस्थापना भी उक्त क्षेत्र विशेष के लोगों के इशारों पर ही हो रही हैं। कहा तो यहां तक भी जा रहा है कि अपनी जमावट कर उक्त क्षेत्र विशेष के लोगों द्वारा तख्ता पलट का तानाबाना भी बुना जा रहा है।

‘मितव्यययिता अपनाना है, प्रदेश को आगे बढ़ाना है‘ स्लोगन के साथ वर्ष 2012 की 120 रूपए (कर अतिरिक्त) की मंहगी सरकारी दैनंदिनी (डायरी) में अनेक विसंगतियां हैं। प्रदेश सचिवालय वल्लभ भवन के उच्च पदस्थ सूत्रों ने समाचार एजेंसी ऑफ इंडिया को बताया कि इन डायरियों को जनसंपर्क विभाग के माध्यम से प्रदेश और दिल्ली के मीडिया में भी निशुल्क बांटा जाता है। इन विसंगतियों पर मीडिया की नजर जाए और शिवराज सिंह चौहान की छवि प्रभावित हो इस तरह के प्रयास भी किए गए हैं।

इस दैनंदिनी को देखने पर साफ हो जाता है कि मध्य प्रदेश सरकार को राष्ट्रगान से ज्यादा राष्ट्रगीत प्यारा है। इसमें दूसरे सफे पर ही राष्ट्रगीत ‘वन्दे मातरम‘ प्रकाशित किया गया है। इस गीत का अनुवाद ना जाने कितने बार किया जा चुका है। उसी अनुवाद को एक बार फिर जनसंपर्क के नौरत्नों में से एक डॉ.सुरेश तिवारी द्वारा किया गया बताया गया है। इस पूरी डायरी में राष्ट्रगान ‘जन गण मन‘ का कहीं उल्न्लेख नहीं मिल रहा है।

इतना ही नहीं इस डायरी में सांसदों के आरंभ वाले पेज 34 पर संसद, विधानसभा सदस्यों के आरंभ वाले पेज नंबर 39 में पार्श्व में विधानसभा की तस्वीर, मंत्रालय में पदस्थ आईएएस के आरंभ वाले पेज 75 पर वल्लभ भवन, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उच्च न्यायालय, लोकायुक्त आदि अनेक भागों का वर्गीकरण अलग अलग पेज में किया गया है, पर किसी के पार्श्व में संबंधित फोटो नहीं है। बहरहाल, इस डायरी में राष्ट्रगान के ना होने की तरह तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।

मध्य प्रदेश जनसंपर्क पूरी तरह से आरएसएस के रंग में रंगता जा रहा है।


नई दिल्ली (साई)। मध्य प्रदेश जनसंपर्क पूरी तरह से आरएसएस के रंग में रंगता जा रहा है। न केवल उसके रंग रूप में भगवा भारी हो चला है बल्कि अब अंदरखाने में विज्ञापन के मामले में भी उन्हीं वेबसाइटों को तरजीह दी जा रही है जिनके ऊपर भगवा रंग चढ़ा है। अब विज्ञापन के लिए बाकायदा आरएसएस की सहमति वाला सर्टिफिकेट लाना जरूरी हो गया है।

देश के हिन्दीभाषी राज्यों में फिलहाल मध्य प्रदेश जनसंपर्क ही एकमात्र ऐसा जनसंपर्क है जो वेबसाइटवालों से संपर्क में रहता है। अभी तक जनसंपर्क पर आरोप लगता था कि वहां बैठे ‘कमीशनखोर‘ अपनी अपनी पसंद की वेबसाइटों को विज्ञापन दिलाते हैं। शिकायतें इतनी बढ़ गई कि मीडिया मामलों में विशेष रूचि रखनेवाले मध्य प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष प्रभात झा ने हस्तक्षेप किया। न सिर्फ हस्तक्षेप किया बल्कि अपनी पसंद के एक व्यक्ति लाजपत आहूजा को जनसंपर्क में विज्ञापन और जनसंपर्क का प्रभार भी दिलवा दिया। लाजपत आहूजा अपने आपको आरएसएस का समर्पित वर्कर बताते हैं और मिलनेवालों को आरएसएस के करीबी होने का किस्सा भी सुनाते हैं।

इसके बाद अगले चरण में मध्य प्रदेश और लखनऊ दिल्ली की कुछ वेबसाइटों को मीडिया चौपाल के बहाने भोपाल बुलाया गया। दिनभर की मीटिंग हुई। इस मीटिंग में जो जो वेबसाइट संचालक शामिल हुए थे उन्होंने अपनी आर्थिक बदहाली बताई। हालांकि इस मीटिंग से कुछ महत्वपूर्ण वेबसाइटों के संचालक दूर ही रहे लेकिन जो आये उसमें ज्यादातर आरएसएस के समर्थक थे, या यह भी कह सकते हैं कि उन्हीं को बुलाया गया जो ‘विचारधारा‘ के लिए काम करने को प्रतिबद्ध थे।

इस मीटिंग की कहानी तो अलग लेकिन इस मीटिंग के बाद बिना डाक की एक चिट जनसंपर्क पहुंची है। यह चिट कोई सरकारी नोटशीट का हिस्सा तो नहीं है लेकिन इसकी अहमियत किसी सरकारी नोटशीट से ज्यादा है। बताते हैं कि खुद सीपीआर महोदय इस चिट का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। चिट क्या यह एक लिस्ट है जिसमें कुछ वेबसाइटों के नाम भेजे गये हैं। अब खबर है कि यह लिस्ट जनसंपर्क विभाग पहुंचा दी गई है जिसे एक बार फिर प्रभात झा के करीबी व्यक्ति ने तैयार किया है। चिट के साथ मौखिक संदेश यह भेजा गया है कि जो जो वेबसाइटें इसमें शामिल हैं उन्हें एक निश्चित रकम अदा की जाएगी।

इस लिस्ट को तैयार करने के पीछे लंबी अवधि की योजना क्या है यह तो पता नहीं चल पाया है लेकिन इस लिस्ट को लेकर जनसंपर्क में काफी गहमा गहमी है। जिस जनसंपर्क में एकबार को संबंधित मंत्री की चिट्ठी को भी किनारे रख दिया जाता है उस जनसंपर्क में इस चिट को इतना महत्वपूर्ण क्यों मान लिया गया है? वही लाजपत आहूजा इस लिस्ट को प्रभारी मत्री की चिट्ठी से ज्यादा अहमियत दे रहे हैं जिनकी नियुक्ति में प्रभात झा का बहुत बड़ा रोल रहा है।

उम्मीद है कि इस लिस्ट के अनुसार ही अगले कुछ दिनों में जनता का पैसा प्रभात झा समर्थक उन वेबसाइटों को बांटना शुरू कर दिया जाएगा जिसमें से एक दो के संचालक खुद प्रभात झा के कर्मचारी रह चुके हैं।इस तरह, अब मध्य प्रदेश जनसंपर्क की नई अघोषित विज्ञापन नीति यह बन गई है कि उन्हीं वेबसाइटों को विज्ञापन दिया जाएगा जो विचारधारा को आगे बढ़ायेंगी और प्रदेश में बतौर नेता प्रभात झा को प्रोजेक्ट करेंगे।

Friday, September 7, 2012

बिट्टन मार्केट में लूटी कांग्रेस नेत्री की चेन


 बिट्टन मार्केट में लूटी कांग्रेस नेत्री की चेन

भोपाल। बिट्टन मार्केट में बाइक सवार तीन बदमाशों ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सदस्य के साथ लूट की वारदात को सरेराह अंजाम दिया। हद तो तब हो गई, जब वारदात के बाद वहां से गुजर रहे पुलिस के चीता जवान को महिला नेत्री ने रोकने के लिए हाथ दिया, लेकिन वह नहीं रुका।

जबलपुर निवासी 45 वर्षीय विजय कांता पति बृजबिहारी पटेल कांग्रेस नेत्री हैं। उन्होंने बताया कि वह अपने पति के साथ भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस कमेटी में होने वाली बैठक मे शरीक होने आई थीं। बैठक के बाद वह बिट्टन मार्केट निवासी अपनी बहन के घर जा रही थीं। शुक्रवार शाम करीब पौने पांच बजे तवा कॉम्प्लेक्स के पास वह सड़क पार कर रही थीं, तभी पीछे से आए बाइक सवार तीन बदमाशों ने उनके गले पर झपट्टा मारा।

बदमाशों द्वारा झपट्टा मारते ही विजय कांता ने अपनी चेन दोनों हाथों से पकड़ ली, लेकिन इस बीच चेन का एक हिस्सा बदमाशों के हाथ में चला गया। वारदात की सूचना पर मौके पर पहुंची हबीबगंज पुलिस का कहना है कि लूट की कोशिश हुई है। इस बारे में पुलिस का कहना है कि विजय कांता को जल्द ही जबलपुर जाना था, लिहाजा उन्होंने इस संबंध में शिकायत दर्ज नहीं करवाई।


सीएम के रिश्तेदार का बंगला करोड़ का रजिस्ट्री 19 लाख की


भोपाल। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नजदीकी रिश्तेदार पर भोपाल के पॉश इलाके चूनाभट्टी में 93 लाख 50 हजार का बंगला 19 लाख 59 हजार में खरीदना दिखाकर सरकार को स्टॉम्प डच्यूटी में नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। इस बारे में मुख्यमंत्री को लिखी चिट्ठी में अजय सिंह ने कहा है कि 2009 में हुए इस सौदे से सरकार को स्टॉम्प और पंजीयन शुल्क कम मिला। नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री से कहा है कि वे राजस्व का नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें।

चूनाभट्टी क्षेत्र की आम्रपाली एन्क्लेव का बंगला नंबर 28 श्रीमती ज्योति सिंह नाम खरीदा गया है। वे मुख्यमंत्री के साले संजय सिंह की पत्नी हैं। मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में नेता प्रतिपक्ष ने उक्त सौदे का पूरा विवरण दिया है। साथ ही रजिस्ट्री का कॉपी भी संलग्न की हैं। पत्र के अनुसार बंगले का विक्रय-पत्र ज्योति सिंह के पक्ष में 13 जुलाई 2009 को रजिस्टर हुआ था। इसमें कुल विक्रय मूल्य 19,59,016 रुपए दर्शाया गया है। इसमें से 4 लाख 19 हजार 16 रुपए का भुगतान चैक से तथा शेष 15 लाख रुपए नगद दिए गए।

उक्त संपत्ति का वास्तविक बाजार मूल्य बताने के लिए अजय सिंह ने उसी कॉलोनी के समान बंगले के एक अन्य सौदे का उदाहरण दिया है। यह बंगला वर्तमान में भोपाल कमिश्नर प्रवीण गर्ग एवं उनकी पत्नी श्रीमती शालिनी गर्ग ने 17 जून 2010 को एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को बेचा था। यह सौदा 96 लाख रुपए में हुआ। पत्र के अनुसार उक्त दोनों ही बंगले 167.28 वर्ग मीटर के हैं और नक्शे के अनुसार दोनों का ही निर्मित क्षेत्रफल एक है। अजय सिंह ने मुख्यमंत्री से कहा है कि श्रीमती सिंह के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करें।

जितने में बेचा, उतने में खरीदा : संजय सिंह

इस संबंध में बात करने पर संजय सिंह मसानी ने कहा कि मैं टैक्स चोरी क्यों करूंगा। मैंने तो बंगला उतनी ही कीमत में खरीदा है जितने में बिल्डर ने बेचा।

राज्यपाल यादव का कल एक साल का कार्यकाल पूरा होगा



 राज्यपाल यादव का कल एक साल का कार्यकाल पूरा होगा


भोपाल। राज्यपाल रामनरेश यादव शनिवार को एक साल का कार्यकाल पूरा कर लेंगे। उन्होंने 8 सितंबर 2011 को राज्यपाल पद की शपथ ली थी।


यादव मप्र के 25 वें राज्यपाल है और व्यक्ति के रूप में 20 वें राज्यपाल है। श्री यादव ने अब तक दो बार विधानसभा में अभिभाषण दिया है। विवि के कुलाधिपति होने के नाते विश्वविद्यालय की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए एक साल में बार बार कुलपतियों की बैठक आयोजित कर चुके हैं।


सौम्य और सहज सरल स्वभाव के धनी यादव किसी से भी मिलने को तत्पर रहते हैं। उन्हें राजभवन में बाबूजी नाम से पुकारा जाता है। कांग्रेस और भाजपा नेताओं से उनकी मेल मुलाकात का सिलसिला भी चलता रहता है।

तालाब पर अतिक्रमण हुआ तो अफसरों पर गिरेगी गाज!


 तालाब पर अतिक्रमण हुआ तो अफसरों पर गिरेगी गाज!


भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बड़े तालाब के निर्धारित दायरे में अतिक्रमण होने पर संबंधित अधिकारी जिम्मेदार होगा। इस क्षेत्र में निर्माण की अनुमति देने वाले को भी दोषी ठहराया जाएगा।


मुख्यमंत्री ने बड़े तालाब सहित नगर के आस-पास के तालाबों के संरक्षण, विकास तथा सौन्दर्यीकरण की व्यवहारिक दीर्घकालिक तथा अल्पकालिक योजना बनाने के निर्देश दिए।


वे भोपाल और इसके आसपास के 18 तालाबों के संरक्षण की समीक्षा कर रहे थे। इसके लिए शुक्रवार को वल्लभ भवन में उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई थी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पूरे प्रदेश के सभी नगरीय और ग्रामीण तालाबों के संरक्षण की दिशा में ठोस पहल करने के निर्देश भी बैठक में दिए।

मुख्यमंत्री चौहान ने स्वयं के द्वारा 29 अगस्त को किये एरियल सर्वेक्षण का उल्लेख करते हुए कहा कि कोलांस तथा उलझावन नदी का बहाव कम हुआ है। उन्होंने कहा कि इन नदियों के गहरीकरण, किसानों को उद्यानिकी फसलों तथा जैविक खेती के लिये प्रेरित करने, तालाबों में मिलने वाले गंदे पानी के ट्रीटमेंट जैसे अन्य कार्य अल्पकालीन योजना में शामिल कर शीघ्र कार्रवाई प्रारंभ की जाए।

नदियों का गहरीकरण अगली बरसात से पहले पूर्ण हो जाय। आगे मास्टर प्लान के अनुरूप तालाब के सौन्दर्यीकरण, नये व्यू प्वाइंट बनाने, नये दर्शनीय-स्थल विकसित करने, दर्शनीय-स्थलों में पहुंच मार्ग बनाने आदि के कार्य दीर्घकालिक योजना में शामिल किये जाए। मुख्यमंत्री ने बड़े तालाब के साथ छोटे तालाब की सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने इसी के साथ पूरे प्रदेश के तालाबों के संरक्षण तथा विकास की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने को कहा।

नगरीय प्रशासन मंत्री बाबूलाल गौर ने तालाबों में सीवरेज के पानी को रोकने तथा सफाई की सतत व्यवस्था करने के सुझाव दिए, जबकि संभागायुक्त भोपाल प्रवीण गर्ग ने बताया कि पर्याप्त वर्षा से इस समय भोपाल का भोज ताल लबालब भरा है। इस समय जहां तक पानी भरा है उसकी नाप कर मुनारे लगाई गई हैं। वीडियोग्राफी भी करवाई गई है।

बैठक में नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव एसपीएस परिहार ने भोपाल के तालाबों के संरक्षण और विकास के लिये किये जा रहे प्रयासों का प्रस्तुतीकरण किया। बताया गया कि छोटे, बड़े तालाब सहित भोपाल नगर तथा आस-पास 18 जलाशय हैं। इनमें 13 नगर निगम सीमा में आते हैं।
बैठक में नगर निगम सभापति कैलाश मिश्रा, अपर मुख्य सचिव अरुणा शर्मा, अपर मुख्य सचिव मदन मोहन उपाध्याय, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव सहित प्रमुख सचिव इकबाल सिंह बैंस, राजकिशोर स्वाई, राधेश्याम जुलानिया भी उपस्थित थे।

सबसे पहली गणेश झांकी 1947 में बनी थी


भोपाल।पुराने शहर का चौक बाजार सामाजिक व धार्मिक गतिविधियों के लिए आज भी अपनी पहचान बनाए हुए है। नवाबी शासनकाल से ही इस तरह का माहौल लगातार चला आ रहा है। इसके लिए उद्धवदास मेहता मोहनलाल सिंहल व चंद्रमोहन अग्रवाल, सालिगराम गोयल का नाम सबसे ऊपर आता है। इनमें से चंद्रमोहन अग्रवाल और सालिगराम गोयल आज भी इस परिपाटी को भलीभांति अपने सहयोगियों की याद के साथ निभा रहे हैं।

चौक बाजार गणेश उत्सव समिति के कोषाध्यक्ष पीडी मंगल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 55 साल से इस झांकी में एक ही स्वरूप में गणेश जी रिद्धी और सिद्दी के साथ विराजमान हो रहे हैं। साथ ही पूजा पाठ विशेष रूप से और विधि विधान के साथ बीना से आने वाले पं. रामेश्वर जी के द्वारा संपन्न कराया जाता है।


पिछले 5-6 साल से यहां 56 प्रकार के भोग लगाने की भी परंपरा शुरू की गई है। पूजा पाठ पूरी विधि विधान से रोजाना होती है, जिससे राजधानी के सभी क्षेत्रों से लोग इसमें शामिल होने आते हैं। डोलग्यारस पर धूमधाम से चल समारोह निकाला जाता है। खास बात यह है कि यहां की व्यवस्था में सभी धर्म और समाजों का भरपूर योगदान रहता है।

ठीक ढंग से जांच हुई तो शिवराज-रमन कोल कांड में जेल जायेंगे


प्रदेश कांग्रेस की समन्वय समिति की बैठक में सभी बड़े नेता आयेंगे
कांग्रेस ने मप्र का नाम मर्डर प्रदेश रखा
भोपाल 6 सितम्बर 2012। प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारियों की गुरुवार को हुई बैठक के बाद सायंकाल में पार्टी के प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने पत्रकार-वार्ता में कहा कि यदि कोल ब्लाक आवंटन कांड में ठीक तरह से जांच हुई तो कुछ ही दिनों में मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह कर्नाटक के सीएम येदियुरप्पा और रेड्डी बंधुओं की तरह जेल चले जायेंगे। इस मौके पर मौजूद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने
कहा कि शुक्रवार को जिला कांग्रेस अध्यक्षों एवं शनिवार को ब्लाक कांग्रेस अध्यक्षों की बैठक के बाद समन्वय समिति की बैठक बुलाई जायेगी जिसमें कमलनाथ एवं ज्येतिरादित्य सिंधिया एवं सुरेश पचौरी जैसे बड़े कांग्रेस नेता भी शामिल होंगे तथा सत्तारुढ़ भाजपा सरकार को अगले विस चुनावों में उखाड़ फैंकने हेतु रोड मैप को अंतिम रुप दिया जायेगा। हरिप्रसाद ने कानून एवं व्यवस्था में ध्वस्त चल रहे मप्र का नाम मर्डर प्रदेश नामकरण किये जाने की बात कही।
हरप्रिसाद ने कांग्रेस नेताओं के बीच मनमुटाव की बात से इंकार किया तथा कहा कि ऐसी अफवाह फैलाने में भाजपा एवं संघ का हाथ है। यदि कोई कांग्रेसी ऐसा कह दे कि पार्टी में एकता नहीं है तो वे राजनीति छोडऩे के लिये तैयार हैं। हरिप्रसाद ने कहा कि मनमुटाव भाजपा के अध्यक्ष प्रभात झा एवं सीएम चौहान तथा अन्य मंत्रियों के बीच है तथा मंत्री बाबूलाल गौर इस बारे में कहते रहते भी हैं। कांग्रेस की ओर से सीएम प्रोजेक्ट करने के विषय में हरिप्रसाद ने कहा कि पार्टी विधायक इस बारे में निर्णय लेते हैं तथा फिर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी अंतिम निर्णय लेती हैं। यदि आज की बैठक में किसी ने सिंधिया का सीएम हेतु नाम लिया है तो यह पार्टीजनों की अपनी राय है जिन्हें वे बैठक में कह सकते हैं।
सदन की गरिमा का ध्यान रखा गया :
हरिप्रसाद ने गत विस सत्र में दो कांग्रेस विधायकों के निष्कासन एवं फिर बहाली के बारे में कहा कि बहाली हेतु माफी नहीं मांगी गई थी बल्कि सदन की गरिमा रखने के लिये खेद व्यक्त किया गया। उनके पास निष्कासन का मामला आया था परन्तु इसे दोनों निष्कासित विधायकों पर स्वयं निर्णय लेने हेतु छोड़ दिया गया था।
बिना माईंड की बीजेपी :
इस अवसर पर बैठे कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह  ने कहा कि विस से दो कांग्रेस विधायकों का पहले भाजपा ने निष्कासन कर दिया और फिर यदि वे सचमुच दोषी थे तो निष्कासन वापस क्यों लिया। यह कार्यवाही बीजेपी ने बिना सोचे समझे की तथा इससे अंग्रेजी का यह शब्द बीजेपी के लिये फिट होगी कि वह बिना माईंड की है।
दस सितम्बर को खण्डवा जायेंगे :
हरिप्रसाद की प्रेस ब्रीफिंग खत्म होने के बाद दोबरा मीडिया को बुलाकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया एवं नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने जानकारी दी कि खण्डवा में जल सत्याग्रह कर रहे लोगों की सुध लेने के लिये भाजपा सरकार से अभी तक कोई नहीं गया है तथा वे और नेता प्रतिपक्ष दस सितम्बर को वहां जायेंगे। उनका उद्देश्य आंदोलन में साथ देना न होकर डूब में आये लोगों को मुआवजा दिलवाना है। भूरिया ने बैतूल में एनएसयूआई के एक सदस्य को जिन्दा जलाकर मारने वाले भाजपा समर्थित संगठनों के लोगों को उकसाने वाले असली लोगों पर कार्यवाही करने के लिये बैतूल जिले के शाहपुरा में जल्द एक बड़ी सभा किये जाने की भी जानकारी दी। भूरिया ने बताया कि तीन दिवसीय बैठक के बाद भाजपा सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन की रुपरेखा तय की जायेगी।
पत्र की चर्चा गर्म रही :
कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठक में भूरिया द्वारा पढ़े उस पत्र की चर्चा बड़ी गर्म रही जिसमें भूरिया कह रहे हैं कि भाजपा को सहयोग करने वालों में कुछ कांग्रेसी भी शामिल हैं। पत्रकार-वार्ता में जब इस बाबत पूछा गया तो हरिप्रसाद ने भूरिया से ही इसकी सफाई देने के लिये कहा। भूरिया ने इसे बेबुनियाद कहा लेकिन नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि यह पार्टी के अंदर का मामला है।

कांग्रेस ने पारित किया प्रस्ताव
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में अ.भा. कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी बी.के. हरिप्रसाद, राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजयसिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया तथा नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह की उपस्थिति में प्रदेश पदाधिकारियों, प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधियों तथा प्रवक्ताओं की गुरुवार को संपन्न बैठक में सर्वानुमति से प्रस्ताव पारित कर सरकारी नौकरियों की पदोन्नतियों में आरक्षण देने के संबंध में केंद्र सरकार द्वारा लिये गए फैसले के लिए संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की नेता श्रीमती सोनिया गांधी तथा प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहनसिंह के प्रति आभार प्रगट किया गया।
यह प्रस्ताव पूर्व मंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिधि सुरेन्द्र चौधरी ने बैठक में प्रस्तुत किया था। पारित प्रस्ताव में केंद्र सरकार के इस फैसले को देश की अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के हित में एक ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा गया है कि केंद्र सरकार के इस फैसले के फलस्वरूप शासकीय सेवाओं में कार्यरत इन दोनों वर्गों के अधिकारियों/कर्मचारियों को पदोन्नति के बेहतर अवसर मिलेंगे।



राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा सात नगरीय निकायों की मतदाता सूची तैयार करने के निर्देश


राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा सात नगरीय निकायों की मतदाता सूची तैयार करने के निर्देश

भोपाल 7 सितम्बर 2012। राज्य निर्वाचन आयोग ने नगर पालिका परिषद कोलार, जिला भोपाल, नगर पालिका परिषद पीथमपुर जिला धार, नगर पालिका परिषद ओंकारेश्वर जिला खण्डवा, नगर पालिका परिषद राघौगढ़ विजयपुर जिला गुना, नगर परिषद नरवर जिला शिवपुरी, नगर परिषद जैतहरी जिला अनूपपुर एवं नगर पालिका परिषद उमरिया जिला उमरिया के आम निर्वाचन 2012 के लिए एक जनवरी 2012 के आधार पर मतदाता सूची तैयार करने के निर्देश संबंधित कलेक्टरों को दिए हैं। प्रारंभिक (प्रारूप) मतदाता सूची 20 जून 2012 से तैयार की जाएगी। इसका मुद्रण 6 अक्टूबर 2012 को होगा। दावे आपत्ति के बाद मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 10 नवंबर 2012 को होगा।
आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रथम चरण में रजिस्ट्रीकरण अधिकारी/सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों की नियुक्ति 15 सितम्बर को, प्रारंभिक (प्रारूप) मतदाता सूची तैयार करने के लिए कर्मचारियों का चयन एवं प्रशिक्षण 17 सितम्बर को, प्रारंभिक (प्रारूप) मतदाता सूची तैयार करना 20 सितम्बर को, प्रारंभिक (प्रारूप) मतदाता सूची का एक सेट जिला निर्वाचन अधिकारी (नगर पालिका) के कार्यालय में जमा करवाया जाना 27 सितम्बर को और प्रारंभिक (प्रारूप) मतदाता सूची का मुद्रण 8 अक्टूबर को होगा।
द्वितीय चरण में मतदाता सूची का प्रकाशन एवं प्रचार-प्रसार, सांसदों/विधानसभा सदस्यों/महापौर/अध्यक्ष/पार्षदों को मतदाता सूची के प्रकाशन की सूचना भेजना, मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों को प्रारूप सूची उपलब्ध करवाया जायेगा। ''''प्राधिकृत कर्मचारियों की नियुक्ति और उनका प्रशिक्षणÓÓ 9 अक्टूबर को, प्रारूप मतदाता सूची के संबंध में सार्वजनिक सूचना का प्रकाशन और दावे तथा आपत्तियाँ प्राप्त करने के कार्य की शुरूआत 16 अक्टूबर को, दावे तथा आपत्तियाँ प्राप्त करने की अंतिम तारीख 23 अक्टूबर, प्राप्त दावों तथा आपत्तियों के निपटारे की अंतिम तारीख 31 अक्टूबर, वार्डवार अनुपूरक सूचियाँ तैयार करना 2 नवंबर को, अनुपूरक सूचियों का मुद्रण 7 नवंबर, अनुपूरक सूचियों को, मूल (प्रारंभिक) सूचियों के साथ जोड़ा जाना 9 नवंबर तथा मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 10 नवंबर को होगा।