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संत आसाराम की सेवा में जुटी है मध्य प्रदेश सरकार
08 January, 2010 18:47;00 सरिता अरगरे
भोपाल। आसाराम को लेकर भाजपा में ही अजीब सी असमंजस की स्थिति बन गयी है. जहां एक ओर विश्व हिन्दू परिषद भाजपा पर लगातार दबाव बना रहा है कि संत आसाराम को परेशान न किया जाए वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश और गुजरात की सरकारों का रुख आसाराम को लेकर अलग अलग है.
सुप्रीम कोर्ट में हत्या के प्रयास का मामला खारिज किए जाने की याचिका नामंजूर होने के बाद गुजरात सरकार आसाराम बापू को "सरकारी मेहमान" बनाने की कोशिश में जुटी है, तो वहीं मध्यप्रदेश सरकार बापू की मेहमान नवाज़ी में जुटी है । याचिका नामंजूर किए जाने के बाद आसाराम बापू वन मंत्री सरताज सिंह के अतिथि बने। आसाराम मंगलवार को होशंगाबाद के हर्बल पार्क में बने वन विभाग के विश्राम गृह में ठहरे थे। गाडि़यों के काफिले के साथ देर रात रेस्ट हाउस पहुँचे आसाराम और उनके चेले-चपाटों ने ज़बरदस्ती घुसकर जमकर धमाल मचाया। इन लोगों ने प्रभारी अधिकारी की आपत्ति को दरकिनार कर निर्माणाधीन हर्बल पार्क में बने सर्किट हाउस में बगैर अनुमति के प्रवेश कर रात गुजारी। बुधवार को दोपहर बाद तक गेस्ट हाउस में रहे। मीडिया वालों से उन्होंने मिलने से इंकार कर दिया। बाद में एक बंद गाड़ी में चुपके से निकल गये।
ऊपर के आदेश से अनजान हर्बल पार्क में चौकीदार भगवत सोनी और उप वनपाल आरआर सोनी का कहना है कि आसाराम बगैर अनुमति लिये ही रुके थे। वन विभाग के अधिकारियों ने जब इन लोगों से विश्रामगृह में रुकने की अनुमति के बारे में जानना चाहा, तो पहले तो उन्होंने धमकाने की कोशिश की और बाद में आला अफ़सरों से मौखिक अनुमति मिलने की बात कहकर अफ़सरों को चलता कर दिया। मीडिया में खबर आने के बाद बड़े अफ़सर दामन बचने के लिये घटना के दौरान पहले तो शहर से बाहर होने की बात कहते रहे । होशंगाबाद के वन संरक्षक वीके सिंह ने पहले यह कहते हुए कुछ भी बताने से इनकार कर दिया कि वे शहर में नहीं थे। बाद में उन्होंने कहा कि आसाराम से जुड़ी समिति ने धार्मिक कार्य के लिए विश्रामगृह की माँग की थी। आसाराम पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है और उनकी याचिका सुप्रीम कोर्ट ने नामंजूर कर दी है, यह बताने पर वीके सिंह ने कहा कि अनुमति देते समय उन्हें यह पता नहीं था कि आसाराम भी यहाँ रूकेंगे।
होशंगाबाद में विश्राम के बद नई ऊर्जा से भरे आसाराम ने हरदा पहुँचकर एक बार फ़िर हुँकार भरी । उन्होंने कहा कि दुनिया में कोई ताकत ऐसी नहीं है जो उन्हें गिरफ्तार कर सके। बुधवार देर शाम हरदा के निकट ग्राम चारखेड़ा स्थित अपने आश्रम में शिष्यों के सामने खुलासा किया कि मोदी उनसे सात बार माफी माँग चुके हैं। प्रवचन के नाम पर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ़ आग उगलते आसाराम ने दावा किया कि मोदी उनसे सात बार माफ़ी माँग चुके हैं। उन्होंने खुद को मेरा भक्त बताते हुए कहा था कि आपके साथ गुजरात में जो हो रहा है उसमें उनका कोई दोष नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय में स्वयं उन्होंने कोई याचिका नहीं दायर की, बल्कि उनके वकील भक्तों ने अपनी ओर से लगाई थी और न्यायालय ने उस याचिका को खारिज नहीं किया, बल्कि उन्होंने स्वयं यह याचिका वापस ले ली थी। आसाराम ने कहा कि जिस तरह जयेन्द्र सरस्वती को गिरफ्तार करने पर तमिलनाडु में जयललिता का तख्ता पलट हुआ था उसी तरह उनके खिलाफ षड़यंत्र करने वालों की सत्ता पलट जाएगी।
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