Friday, September 7, 2012

तालाब पर अतिक्रमण हुआ तो अफसरों पर गिरेगी गाज!


 तालाब पर अतिक्रमण हुआ तो अफसरों पर गिरेगी गाज!


भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बड़े तालाब के निर्धारित दायरे में अतिक्रमण होने पर संबंधित अधिकारी जिम्मेदार होगा। इस क्षेत्र में निर्माण की अनुमति देने वाले को भी दोषी ठहराया जाएगा।


मुख्यमंत्री ने बड़े तालाब सहित नगर के आस-पास के तालाबों के संरक्षण, विकास तथा सौन्दर्यीकरण की व्यवहारिक दीर्घकालिक तथा अल्पकालिक योजना बनाने के निर्देश दिए।


वे भोपाल और इसके आसपास के 18 तालाबों के संरक्षण की समीक्षा कर रहे थे। इसके लिए शुक्रवार को वल्लभ भवन में उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई थी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पूरे प्रदेश के सभी नगरीय और ग्रामीण तालाबों के संरक्षण की दिशा में ठोस पहल करने के निर्देश भी बैठक में दिए।

मुख्यमंत्री चौहान ने स्वयं के द्वारा 29 अगस्त को किये एरियल सर्वेक्षण का उल्लेख करते हुए कहा कि कोलांस तथा उलझावन नदी का बहाव कम हुआ है। उन्होंने कहा कि इन नदियों के गहरीकरण, किसानों को उद्यानिकी फसलों तथा जैविक खेती के लिये प्रेरित करने, तालाबों में मिलने वाले गंदे पानी के ट्रीटमेंट जैसे अन्य कार्य अल्पकालीन योजना में शामिल कर शीघ्र कार्रवाई प्रारंभ की जाए।

नदियों का गहरीकरण अगली बरसात से पहले पूर्ण हो जाय। आगे मास्टर प्लान के अनुरूप तालाब के सौन्दर्यीकरण, नये व्यू प्वाइंट बनाने, नये दर्शनीय-स्थल विकसित करने, दर्शनीय-स्थलों में पहुंच मार्ग बनाने आदि के कार्य दीर्घकालिक योजना में शामिल किये जाए। मुख्यमंत्री ने बड़े तालाब के साथ छोटे तालाब की सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने इसी के साथ पूरे प्रदेश के तालाबों के संरक्षण तथा विकास की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने को कहा।

नगरीय प्रशासन मंत्री बाबूलाल गौर ने तालाबों में सीवरेज के पानी को रोकने तथा सफाई की सतत व्यवस्था करने के सुझाव दिए, जबकि संभागायुक्त भोपाल प्रवीण गर्ग ने बताया कि पर्याप्त वर्षा से इस समय भोपाल का भोज ताल लबालब भरा है। इस समय जहां तक पानी भरा है उसकी नाप कर मुनारे लगाई गई हैं। वीडियोग्राफी भी करवाई गई है।

बैठक में नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव एसपीएस परिहार ने भोपाल के तालाबों के संरक्षण और विकास के लिये किये जा रहे प्रयासों का प्रस्तुतीकरण किया। बताया गया कि छोटे, बड़े तालाब सहित भोपाल नगर तथा आस-पास 18 जलाशय हैं। इनमें 13 नगर निगम सीमा में आते हैं।
बैठक में नगर निगम सभापति कैलाश मिश्रा, अपर मुख्य सचिव अरुणा शर्मा, अपर मुख्य सचिव मदन मोहन उपाध्याय, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव सहित प्रमुख सचिव इकबाल सिंह बैंस, राजकिशोर स्वाई, राधेश्याम जुलानिया भी उपस्थित थे।

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