भोपाल 10 जुलाई 2013। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने लोगों से भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिये लगातार कार्य करते रहने और न थकने की सलाह दी है।
हजारे ने मंगलवार को ‘जनतंत्र यात्रा’ के दौरान संवाददाताओं से कहा कि हम जो करते हैं उसमें सफलता नहीं मिलती और मन में थकावट आ जाती है। लेकिन लोग इस थकावट को न आने दें और अपना कर्तव्य करते जायें, सफलता जरुर मिलेगी।
हजारे ने कहा कि जब महाराष्ट्र में हमने आंदोलन शुरु किया था तो कई रुकावटें सामने आई और सत्ता पक्ष की ओर से हमे दबाने का काम किया गया।
लेकिन हम अपना कर्तव्य करते गये, जिसका परिणाम है कि महाराष्ट्र सरकार ने वर्ष 2002 में सूचना का अधिकार लागू किया और इसका अनुसरण करते हुए केन्द्र ने इसे पूरे देश में लागू कर दिया।
उन्होंने युवा पीढ़ी के लिए संदेश दिया कि युवा शक्ति जाग जाये तो देश में नये समाज और राजनीति का उदय होगा. इसके लिए वे कई सालों से प्रयास कर रहे हैं।
हजारे ने प्रश्नों के उत्तर में कहा कि गांधी जी ने कहा था कि जब तक गांव नहीं बदलेगा, तब तक देश नहीं बदलेगा। हमें गांव के विकास को प्राथमिकता देना है, जिस गांव में मैंने जन्म लिया वहीं से इसकी शुरुआत की है।
संसद व विधानसभा में जाने वाले नेताओं व भ्रष्टाचार को लेकर अन्ना हजारे ने कहा कि हर परिवार संस्कार का केन्द्र होता है, अच्छे संस्कार होंगे तो बदलाव जरुर आयेगा। स्कूल-कालेज में अच्छी शिक्षा प्राप्त होगी तो अच्छे देश का निर्माण होगा।
अन्ना ने दावा किया कि राहुल गांधी व नरेन्द्र मोदी देश का भविष्य नहीं है। पूरे देश की जनता जब तक प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति का प्रत्यक्ष रुप से नहीं चुनेगी तब तक देश का निर्माण नहीं हो सकेगा।
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