प्रति,
श्री के0 विक्रम राव जी,
अध्यक्ष फेडरेषन आॅफ इंडियन जर्नलिस्ट,यूनियन
नई दिल्ली ।
विषयः- मध्यप्रदेष केें संगठन में एकता हेतु।
मध्यप्रदेष में गत 14 वर्षें से एकाधिकार,मनमानी,संघ के नाम पर व्यक्तिगत स्वार्थ प्रतिपूर्ति एवं पद पर रह कर संगठन के निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने से संघ में फूट बढ़ती जा रही है, और प्रदेष में संगठन को गैर पत्रकार,अस्तित्वहीन कहने से नहीं चूक रहे है।
अक्टूबर 19,20,21 को भोपाल में आयोजित अखिल भारतीय श्रमजीवी पत्रकार संघ में का 14 वां अधिवेषन भोपाल में हुआ था जिसके भोपाल श्रमजीवी पत्रकार संघ (संगठित)ने अपने (बायलाज) विधान में लिखित रूप में, आई एफ डब्लू जे से हमेषा जुड़े रहने का संकल्प दोहराया था, जिसमें विंध्य क्षत्रिय श्रमजीवी प.कार संघ रीवा सुुुुषील दीक्षित महाकौषल श्रेत्रिय श्रमजीवी पत्रकार संघ भगवती प्रसाद बाजपेयी, दण्डकारण्य क्षेत्रिय श्रमजीवी पत्रकार संघ के0वासु0ग्वालियर ,चंबंल संभागीय श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष दिनकर वी0 लेलेख् के साथ धन्नाला षाह प्रेम श्रीवास्तवख् एल0एस0 हरदेनिया सहित सैकड़ो पत्रकारों ने ,आई एफ डब्लू जे से जुड़े रहने का प्रस्ताव पारित किया था और पत्रकार भवन को इसी संगठन से हमेशा जुड़े रखने के लिये एक समिति बनाने का निर्णय लिया गया था। इसी भावना के अनुरूप पत्रकार भवन समिति का विधान बनाया गया जिसमें आई एफ डब्ल्यू जे के राष्ट्रीय पदाधिकारियों राष्ट्रीय पार्षदों,प्रतिनिधियों से भी विचार एवं सुझाव लिये गये थें।
इसके पूर्व वर्ष 1967 में मध्यप्रदेष श्रमजीवी पत्रकार संघ का भोपाल में अधिवेषन हुआ था। उसमें भी पत्रकार भवन समिति के निमार्ण का प्रस्ताव पास हुआ था। इस समय भोपाल सहित प्रदेश के संगठन को मजबूत बनाने के लिये शीघ्र ही कोई संयोजक/एडहाक कमेटी बना दी जाये जो कि भोपाल में या इंदौर के आई एफ डब्लू जे का राष्ट्रीय सम्मेलन शीघ्र ही कराये जाने की आवश्यकता है,जोकि वर्ष 2013 के अक्टूबर माह में भी कराया जा सकता है।
1 पत्रकार भवन समिति के चुनाव से पूर्व भोपाल श्रमजीवी पत्रकार संघ की सदस्यता में केवल आई एफ डब्लू जे के प्रति निष्ठावान सदस्य ही रखा जाये उन्य संगठनों से जुड़ेे पत्रकारों को सदस्यता न दी जाये।
2 व्यक्तिगत हित साधने हेतु शासन से विज्ञापन, सुविधाये लेने और जिसकी पत्रकार जगत में छबि स्वच्छ न हो उनको कमेटी में न लिया जाये। समाचार पत्र के मालिकों को पदाधिकारी न बनाया जाये।
3 पूरे प्रदेश में संगठन को आगामी समय में मजबूत बनाने हेतु संभागीय/जिला/तहसीलस्तर पर पर्यवेक्षक नियुक्त कराया जाये ।
4 भोपाल के पत्रकार भवन संघ के कब्जे में रखने के लिये जरूरी है कि भोपाल के सभी पत्रकारों को जो संघ के प्रति वफादार हैं, उनको महत्व दिया जावे
5 पूर्व पदाधिकारियों को भी भोपाल श्रमजीवी पत्रकार संघ का निर्वाचित अध्यक्ष/महामंत्री जो स्वयं ही पत्रकार समिति की कार्यकारणी समिति के सदस्य बन जाते हैंै। अत‘ भोपाल के संघ के चुनाव क ेसमय आपके द्वारा मनोनीत पयवेक्षक की उपस्थिति में चुनाव किये जायें।
6 वर्तमान चुनाव रमेश तिवारी अध्यक्ष गलत ढ़ंग से मात्र चालीस मिनट में छ‘ लोगोें की उपस्थिति में कर लिये गये जो पूरी तरह से गलत हैं।
7 इस चूनाव के बाद भोपाल के पत्रकारों में फुट वढ़ गई उन्होनें पत्रकार भवन जाना छोड़ दिया।
8 इस बार फरवरी में पत्रकार भवन समिति के चुनाव में आप द्वारा भेजी गई सूची पर ही चुनाव होंगें तभी पत्रकार भवन पर पूर्ण कब्जा हो पायेगा।
9 जो पत्रकार (विजय तिवारी लखनउ/भोपाल) जो फेसबुक पर केंिद्रय नेतृत्व को बदनाम करते हैंे उनके साथी पत्रकारों को संघ का सदस्य न बनाया जाय। भोपाल में संगठन के पूर्व पदाधिकारियों ने संगठन के बारे में यह प्रचार करा रहा है कि अध्यक्ष/आयोजक वही बनता है जो एक लाख का गुप्तदान देता है। मैं इसका लगातार खंडन करता रहा हूं।
10 पूरे देश में सबसे ज्यादा विवाद केवल मध्यप्रदेश मे है,क्योंकि करोडों की संपत्ति का पत्रकार भवन पर इस बार यदि पूर्ण कब्जा हो गया तो फिर कभी भी यह हमारे हाथ में नहीं आ पायेगा अभी थोड़ी उम्मीद है कियदि संगठन मजबूत हो गया तो पत्रकार भवन संगठन के हाथ रहेगा। अभी तक 80 लाख रूपये पत्रकार भवन समिति के खाते में जमा है।, जो अभी तक हम उपयोग नहीं कर पा रहे हैं।
कृपया निवेदन है कि उचित निर्णय लेकर आदेश दें क्योंकविरोधी संगठन षड़यंत्र में लगा है।
दिनांक 21/07/2013
आपका
राजेन्द्र कश्यप
पूर्व अध्यक्ष
भोपाल श्रमजीवी पत्रकार संघ
भोपाल इकाई
श्री के0 विक्रम राव जी,
अध्यक्ष फेडरेषन आॅफ इंडियन जर्नलिस्ट,यूनियन
नई दिल्ली ।
विषयः- मध्यप्रदेष केें संगठन में एकता हेतु।
मध्यप्रदेष में गत 14 वर्षें से एकाधिकार,मनमानी,संघ के नाम पर व्यक्तिगत स्वार्थ प्रतिपूर्ति एवं पद पर रह कर संगठन के निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने से संघ में फूट बढ़ती जा रही है, और प्रदेष में संगठन को गैर पत्रकार,अस्तित्वहीन कहने से नहीं चूक रहे है।
अक्टूबर 19,20,21 को भोपाल में आयोजित अखिल भारतीय श्रमजीवी पत्रकार संघ में का 14 वां अधिवेषन भोपाल में हुआ था जिसके भोपाल श्रमजीवी पत्रकार संघ (संगठित)ने अपने (बायलाज) विधान में लिखित रूप में, आई एफ डब्लू जे से हमेषा जुड़े रहने का संकल्प दोहराया था, जिसमें विंध्य क्षत्रिय श्रमजीवी प.कार संघ रीवा सुुुुषील दीक्षित महाकौषल श्रेत्रिय श्रमजीवी पत्रकार संघ भगवती प्रसाद बाजपेयी, दण्डकारण्य क्षेत्रिय श्रमजीवी पत्रकार संघ के0वासु0ग्वालियर ,चंबंल संभागीय श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष दिनकर वी0 लेलेख् के साथ धन्नाला षाह प्रेम श्रीवास्तवख् एल0एस0 हरदेनिया सहित सैकड़ो पत्रकारों ने ,आई एफ डब्लू जे से जुड़े रहने का प्रस्ताव पारित किया था और पत्रकार भवन को इसी संगठन से हमेशा जुड़े रखने के लिये एक समिति बनाने का निर्णय लिया गया था। इसी भावना के अनुरूप पत्रकार भवन समिति का विधान बनाया गया जिसमें आई एफ डब्ल्यू जे के राष्ट्रीय पदाधिकारियों राष्ट्रीय पार्षदों,प्रतिनिधियों से भी विचार एवं सुझाव लिये गये थें।
इसके पूर्व वर्ष 1967 में मध्यप्रदेष श्रमजीवी पत्रकार संघ का भोपाल में अधिवेषन हुआ था। उसमें भी पत्रकार भवन समिति के निमार्ण का प्रस्ताव पास हुआ था। इस समय भोपाल सहित प्रदेश के संगठन को मजबूत बनाने के लिये शीघ्र ही कोई संयोजक/एडहाक कमेटी बना दी जाये जो कि भोपाल में या इंदौर के आई एफ डब्लू जे का राष्ट्रीय सम्मेलन शीघ्र ही कराये जाने की आवश्यकता है,जोकि वर्ष 2013 के अक्टूबर माह में भी कराया जा सकता है।
1 पत्रकार भवन समिति के चुनाव से पूर्व भोपाल श्रमजीवी पत्रकार संघ की सदस्यता में केवल आई एफ डब्लू जे के प्रति निष्ठावान सदस्य ही रखा जाये उन्य संगठनों से जुड़ेे पत्रकारों को सदस्यता न दी जाये।
2 व्यक्तिगत हित साधने हेतु शासन से विज्ञापन, सुविधाये लेने और जिसकी पत्रकार जगत में छबि स्वच्छ न हो उनको कमेटी में न लिया जाये। समाचार पत्र के मालिकों को पदाधिकारी न बनाया जाये।
3 पूरे प्रदेश में संगठन को आगामी समय में मजबूत बनाने हेतु संभागीय/जिला/तहसीलस्तर पर पर्यवेक्षक नियुक्त कराया जाये ।
4 भोपाल के पत्रकार भवन संघ के कब्जे में रखने के लिये जरूरी है कि भोपाल के सभी पत्रकारों को जो संघ के प्रति वफादार हैं, उनको महत्व दिया जावे
5 पूर्व पदाधिकारियों को भी भोपाल श्रमजीवी पत्रकार संघ का निर्वाचित अध्यक्ष/महामंत्री जो स्वयं ही पत्रकार समिति की कार्यकारणी समिति के सदस्य बन जाते हैंै। अत‘ भोपाल के संघ के चुनाव क ेसमय आपके द्वारा मनोनीत पयवेक्षक की उपस्थिति में चुनाव किये जायें।
6 वर्तमान चुनाव रमेश तिवारी अध्यक्ष गलत ढ़ंग से मात्र चालीस मिनट में छ‘ लोगोें की उपस्थिति में कर लिये गये जो पूरी तरह से गलत हैं।
7 इस चूनाव के बाद भोपाल के पत्रकारों में फुट वढ़ गई उन्होनें पत्रकार भवन जाना छोड़ दिया।
8 इस बार फरवरी में पत्रकार भवन समिति के चुनाव में आप द्वारा भेजी गई सूची पर ही चुनाव होंगें तभी पत्रकार भवन पर पूर्ण कब्जा हो पायेगा।
9 जो पत्रकार (विजय तिवारी लखनउ/भोपाल) जो फेसबुक पर केंिद्रय नेतृत्व को बदनाम करते हैंे उनके साथी पत्रकारों को संघ का सदस्य न बनाया जाय। भोपाल में संगठन के पूर्व पदाधिकारियों ने संगठन के बारे में यह प्रचार करा रहा है कि अध्यक्ष/आयोजक वही बनता है जो एक लाख का गुप्तदान देता है। मैं इसका लगातार खंडन करता रहा हूं।
10 पूरे देश में सबसे ज्यादा विवाद केवल मध्यप्रदेश मे है,क्योंकि करोडों की संपत्ति का पत्रकार भवन पर इस बार यदि पूर्ण कब्जा हो गया तो फिर कभी भी यह हमारे हाथ में नहीं आ पायेगा अभी थोड़ी उम्मीद है कियदि संगठन मजबूत हो गया तो पत्रकार भवन संगठन के हाथ रहेगा। अभी तक 80 लाख रूपये पत्रकार भवन समिति के खाते में जमा है।, जो अभी तक हम उपयोग नहीं कर पा रहे हैं।
कृपया निवेदन है कि उचित निर्णय लेकर आदेश दें क्योंकविरोधी संगठन षड़यंत्र में लगा है।
दिनांक 21/07/2013
आपका
राजेन्द्र कश्यप
पूर्व अध्यक्ष
भोपाल श्रमजीवी पत्रकार संघ
भोपाल इकाई
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