भोपाल 22 दिसंबर 2012। कार्यालय उप पंजीयक सहकारी संस्थाए जिला अशोकनगर द्वारा प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था रांवसर एवं रूसल्ला के निर्वाचन सम्पन्न कराने हेतु बीएल सेन ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी को रांवसर एवं हरिओम शिवहरे ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी को रूसल्ला का रिटर्निग ऑफीसर नियुक्त किया गया था। उक्त कर्मचारियों द्वारा आदेशों को लेने से इंकार किया गया जो शासकीय आदेशों की अवहेलना की श्रेणी में आता है। निर्वाचन कार्य में लापरवाही वरतने पर कलेक्टर संकेत भोडवे ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन काल में इनका मुख्यालय अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय चंदेरी रहेगा एवं निलंबन काल में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्राप्त होगा।
- डॉ. नवीन जोशी
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Saturday, December 22, 2012
दो ग्रामीण विस्तार अधिकारी निलंबित
लाईव कवरेज से परहेज
भोपाल 22 दिसंबर 2012। विधानसभा की कार्यवाही का टीवी पर लाईव कवरेज दिखाया जाये इसके लिये कांग्रेस के एक युवा विधायक ने स्पीकर ईश्वर दास रोहाणी को पत्र लिखने की कार्यवाही करने की कोशिश की लेकिन उन्हीं के दल के एक नेता ने उन्हें ऐसा न करने की सलाह दी तथा कहा कि इससे प्रिन्ट मीडिया का महत्व कम हो जायेगा जबकि रिपोर्टिंग में प्रिन्ट मीडिया ज्यादा बेहतर है। ज्ञातव्य है कि कुछ साल पहले भी विधानसभा की कार्यवाही के टीवी कवरेज की बात जोर-शोर से उठी थी लेकिन बाद में यह ठण्डी पड़ गई। फिलहाल विधानसभा में उसके सचिवालय के स्वयं के कैमरे लगे हुये हैं तथा बजट सत्र में आम बजट रखने के दौरान टीवी न्यूज चैनलों को सदन के अंदर की कार्यवाही दिखाने की छूट दी जाती है।
- डॉ. नवीन जोशी
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रेत में तरबूज-खरबूज उत्पादन में मछुआरों को मिलेगी प्राथमिकता
भोपाल 22 दिसंबर 2012। नदी किनारों की रेत में तरबूज-खरबूज उत्पादन हेतु मछुआरों को प्राथमिकता मिलेगी। इसके लिये नवगठित मछुआ कल्याण बोर्ड नीति बनाने के लियु सुझाव देगा। इसके अलावा बोर्ड सिंघाड़ा अनुसंधान, उत्पादन तथा विपणन के विकास तथा सुधार हेतु और कमल गट्टा तथा उससे उत्पादित मखाना के बेहतर विपणन के लिये भी सुझाव देगा। बंद ऋतु तथा मत्स्याखेट प्रतिबंधित क्षेत्र में मत्स्याखेट प्रतिबंध प्रभावी रखने में मछुआरों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये भी बोर्ड परमर्श देगा। वह मछुआ कल्याणकारी योजनाओं हेतु मत्स्योद्योग विभाग तथा मत्स्य महासंघ को अनुशंसायें भी करेगा।
ज्ञातव्य है कि राज्य सरकार ने विधायक मोती कश्यप की अध्यक्षता में मछुआ कल्याण बोर्ड का गठन किया है। अब सरकार ने इस बोर्ड के कामकाज अधिसूचित कर दिये हैं। मछलीपालन विभाग द्वारा अधिसूचित कामकाज के अंतर्गत बोर्ड सुखान मछली के आखेट तथा विपणन की नीति, अक्रियाशील मछुआरों के चिन्हांकन हेतु गठित समिति की अनुशंसा/निर्णयों के क्रियान्वयन के लिये और नौका/तैराकी के लिये बच्चों को प्रशिक्षण संबंधी सुझाव भी देगा। इसी तरह बोर्ड नौका घाटों पर नौका संचालन नीति पर भी राय देगा।
विभाग द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि बोर्ड का कार्यकाल तीन साल रहेगा तथा इसमें विभागीय अमले को प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ किया जायेगा और बोर्ड में कुल 23 पद होंगे। बोर्ड को इस साल कार्यालय व्यय के लिये चालीस लाख रुपये मिलेंगे तथा अगले दो वर्षों में यह राशि क्रमश: 35-35 लाख रुपये होगी। बोर्ड का स्वतंत्र कार्यालय होगा तथा इसका मुख्यालय भोपाल में रहेगा लेकिन बोर्ड प्रदेश में कहीं भी बैठक रखने के लिये स्वतंत्र होगा।
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रेप की घटना के बाद अब तो दिल्ली जाने में हमेशा लगेगा डर
जबलपुर। इसी कड़ी में आज मेडिकल के फिजियोथैरिपी के शिक्षकों एवं छात्रों ने कॉलेज बंद रखते हुए दोपहर को जुलूस निकाला और शाम को कैंडल मार्च निकालते हुए अपना विरोध प्रदर्शित किया। सभी का यही कहना है कि नई दिल्ली सुरक्षित नहीं है, ऐसे में वह भी आने वाले भविष्य में यहां अध्ययन करने जाने में डरने लगे हैं। गौरतलब है कि उक्त घटना के बाद से सभी महिलाएं अपने-आप को असुरक्षित महसूस करने लगी हैं। लड़कियों को दिन हो शाम या फिर रात भी बाहर निकलने में भय लगने लगा है।
चूंकि यह घटना चलती बस में हुई है तो अभिभावकों को अपनी बच्चियों के लिये सर्वोत्तम परिवहन माने जाने वाली बसों में भी भेजने में संकोच हो रहा है। यही वजह थी कि मेडिकल कॉलेज सहित स्वयंप्रभा, मेट्रो व एमएम फिजियोथैरेपी कॉलेज के छात्र-छात्राएं सड़कों पर उतर आए। डॉ. अजय फौजदार ने बताया कि शाम को छात्र-छात्राओं ने मिलकर कैंडल मार्च निकाला व आरोपियों को सख्त से सख्त सजा होने की मांग की।
इस साल सबसे अधिक होश उड़ाने वाली खबर रही : पत्नी के 'प्राइवेट पार्ट' पर पति लगाता था ताला
इंदौर। इस साल यूं तो होश उड़ाने वाली कई खबरें सामने आईं, लेकिन मध्यप्रदेश के इंदौर में घटी एक खौफनाक घटना ने लोगों को सबसे अधिक हैरत में डाल दिया। शंकालु पति ने अमानवीयता की सारी हदें पार करते हुए पत्नी के गुप्तांग पर ताला लगा दिया। इसका खुलासा सोमवार को तब हुआ जब महिला ने तंग आकर जहर खा लिया। अस्पताल में डॉक्टरों ने जांच की तो उनके होश उड़ गए और तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आरोपी पति को हिरासत में ले लिया है।
आखिर यह शख्स अपनी पत्नी के साथ इतना क्रूर व्यवहार क्यों करता था..उसने कितनी निर्दयता से और कैसे अपनी पत्नी के गुप्तांग पर ताला लगाया..14 साल की बेटी के साथ यह शख्स क्या करता था..यह सबकुछ आगे की तस्वीरों पर क्लिक करके जानिए...
नोट : यह केवल दैनिकभास्कर.कॉम में ऑनलाइन पब्लिश हुई खबरों पर आधारित है।
Tuesday, December 18, 2012
बौद्ध एवं भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय शांति की राह प्रशस्त कर मानवता की सेवा का माध्यम बने
भोपाल 18 दिसम्बर 2012। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि साँची बौद्ध एवं भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय शांति की राह प्रशस्त कर मानवता की सेवा का माध्यम बनेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ साँची बौद्ध एवं भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय की सलाहकार समिति के सदस्यों से विश्वविद्यालय के अध्ययन, अध्यापन एवं शोध विषयों पर परामर्श कर रहे थे।
इस अवसर पर मुख्य सचिव आर. परशुराम, सलाहकार समिति के सदस्य गेसे सेमतेन, डॉ. सिद्धेश्वर रामेश्वर भट्ट, प्रो. श्रीकांत कोण्डापल्ली, प्रो. जियो लयाँग, डॉ. लोकेश चन्द्रा, प्रो. मिथिला प्रसाद त्रिपाठी, प्रो. कृष्णबिहारी पाण्डेय, निर्मला शर्मा और प्रमुख सचिव संस्कृति श्री बसन्त प्रताप सिंह उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि साँची बौद्ध एवं भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय का स्वरूप ऐसा हो कि वह मानव मात्र के कल्याण की नई दृष्टि और दिशा दे। उन्होंने कहा कि इस कार्य में देश-दुनिया के सभी विद्वानों से परामर्श किया जाये। उनके विचार मंथन से उत्पन्न कार्यों को क्रियान्वित करने का कार्य राज्य सरकार द्वारा किया जायेगा। इस कार्य में धन की कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक सत्र का प्रारंभ बौद्ध और भारतीय दर्शन के अध्ययन- अध्यापन से प्रारंभ हो। उन्होंने कहा कि भौतिकता की अंधी दौड़ में मानव मूल्यों का क्षरण हो रहा है। भारतीय दर्शन से ही नैतिक मूल्यों के संरक्षण को नई दिशा देने में मदद मिलेगी।
चर्चा में बताया गया कि सलाहकार समिति द्वारा अगले शैक्षणिक सत्र से शिक्षण कार्य प्रारंभ करने की रूप रेखा तैयार की गयी है। इस संबंध में फरवरी माह में बैठक का आयोजन किया गया है जिसमें पाठ्यक्रम और शैक्षणिक गतिविधियों आदि के संबंध में निर्णय किया जायेगा।
आयकर ने मारे फिटजी के कार्यालयों में छापे
आयकर ने मारे फिटजी के कार्यालयों में छापे
भोपाल 18 दिसम्बर 2012। आयकर विभाग की टीमों ने फिटजी ग्रुप के भोपाल, इंदौर, दिल्ली सहित देश के कई शहरों में कार्यालयों में एक साथ छापामार कार्रवाई की।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार आयकर टीम ने यहां एमपी नगर स्थित फिटजी इंस्टीट्यूट गुप कार्यालय, कोचिंग सेंटर, भदभदा स्थित कोचिंग सेंटर और प्लेटिनम प्लाजा स्थित मयूर स्कूल कार्यालय और बिसनखेडी स्थित मयूर स्कूल, संदीपनि चेरीटेबल ट्रस्ट नामक संस्थान में छापामार कार्रवाई की।
आयकर नई दिल्ली की टीम ने सर्वे की कार्रवाई दिल्ली, नोएडा, इंदौर, ग्वालियर, राजस्थान सहित कई राज्यों में स्थित फिटजी ग्रुप के कार्यालयों में की गई है। फिटजी ग्रुप की कोचिंग पिछले नौ साल से चल रही है।
पूरे देश में फिटजी के 46 शहरों में सेंटर हैं, जिसमें 194 से अधिक क्लास रूम हैं।
बताया जाता है कि फिटजी ग्रुप बच्चों को राष्ट्रीय और प्रदेश के इंजीनियरिंग कालेजों में प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराई जाती है। संस्थान से प्रावीण्य सूची (टापर) के विद्यार्थियों को फीस में छूट देना बताया जाता था, लेकिन उन विद्यार्थियों से भी फीस ली जाती थी।
इस कोचिंग इंस्टीटयूट की एक साल की फीस लगभग एक लाख रुपये है।कुछ विद्यार्थियों से पचास से लेकर सत्तर हजार रुपये भी लिए जाते हैं।
आयकर विभाग ने फिटजी और मयूर, संदीपनि चेरीटेवल ट्रस्ट से काफी मात्रा में दस्तावेज बिल-बुक, आधा दर्जन पास-बुक बरामद किए हैं। इसके साथ ही आधा दर्जन लाकरों के भी दस्तावेज मिले हैं।
साधु के वेश में चित्रकूट में रह रहा था मालेगांव विस्फोट का प्रमुख आरोपी
साधु के वेश मालेगांव विस्फोट का प्रमुख आरोपी मध्य प्रदेश के सतना से पकड़ा गया है
भोपाल 18 दिसम्बर 2012। पुलिस ने बताया कि आरोपी चित्रकूट के एक मंदिर से साधुवेश में रह रहा था। सतना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दिया है।
पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार 18 दिसंबर को भोपाल में बताया कि पकड़े गए आरोपी की पहचान धनसिंह के रूप में हुयी है। वह इंदौर जिले के देपालपुर का निवासी है। सूत्रों ने बताया कि वह भेष बदल कर चित्रकूट में साक्षी कुंड में लखनदास महाराज उर्फ लखनदास बाबा उर्फ रामलखन के नाम से रह रहा था।
साक्षी कुंड कामतानाथ की परिक्रमा करने के दौरान पड़ता है। चित्रकूट जाने के बाद धनसिंह ने लखनदास महाराज के नाम से अपना हुलिया बदल लिया था तथा दाढ़ी-बाल बढ़ाकर साधुवेश में रहने लगा था।
उन्होंने बताया कि लखनदास बाबा को सतना पुलिस ने एनआई की सूचना पर सोमवार तड़के गिरफ्तार किया. प्राथमिक पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. उसने माना है कि वह मालेगांव बम विस्फोट में शामिल था।
लखनदास बाबा द्वारा जुर्म कबूल करने के बाद पुलिस ने शाम तक उसे एनआईए को सौंप दिया।
उल्लेखनीय है कि समझौता एक्सप्रेस बम विस्फोट मामले में एनआईए ने दो दिन पहले उज्जैन से दशरथ गारी उर्फ दशरथ चौधरी उर्फ समंदर सिंह को गिरफ्तार किया था. उस पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित था।
दशरथ ने ही एनआईए की पूछताछ में लखनदास बाबा के बारे में जानकारी दी थी. बताया जाता है कि दशरथ ने और भी कई राज एनआईए की पूछताछ में उगले हैं।
पुलिस के अनुसार लखनदास बाबा ने पूछताछ में बताया कि वह मालेगांव विस्फोट की योजना में शामिल था, जिसके बाद फरारी काटने के लिए चित्रकूट आ गया। तब से वह चित्रकूट में ही रह रहा था।
में चित्रकूट में रह रहा था मालेगांव विस्फोट का प्रमुख आरोपी
भोपाल 18 दिसम्बर 2012। पुलिस ने बताया कि आरोपी चित्रकूट के एक मंदिर से साधुवेश में रह रहा था। सतना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दिया है।
पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार 18 दिसंबर को भोपाल में बताया कि पकड़े गए आरोपी की पहचान धनसिंह के रूप में हुयी है। वह इंदौर जिले के देपालपुर का निवासी है। सूत्रों ने बताया कि वह भेष बदल कर चित्रकूट में साक्षी कुंड में लखनदास महाराज उर्फ लखनदास बाबा उर्फ रामलखन के नाम से रह रहा था।
साक्षी कुंड कामतानाथ की परिक्रमा करने के दौरान पड़ता है। चित्रकूट जाने के बाद धनसिंह ने लखनदास महाराज के नाम से अपना हुलिया बदल लिया था तथा दाढ़ी-बाल बढ़ाकर साधुवेश में रहने लगा था।
उन्होंने बताया कि लखनदास बाबा को सतना पुलिस ने एनआई की सूचना पर सोमवार तड़के गिरफ्तार किया. प्राथमिक पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. उसने माना है कि वह मालेगांव बम विस्फोट में शामिल था।
लखनदास बाबा द्वारा जुर्म कबूल करने के बाद पुलिस ने शाम तक उसे एनआईए को सौंप दिया।
उल्लेखनीय है कि समझौता एक्सप्रेस बम विस्फोट मामले में एनआईए ने दो दिन पहले उज्जैन से दशरथ गारी उर्फ दशरथ चौधरी उर्फ समंदर सिंह को गिरफ्तार किया था. उस पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित था।
दशरथ ने ही एनआईए की पूछताछ में लखनदास बाबा के बारे में जानकारी दी थी. बताया जाता है कि दशरथ ने और भी कई राज एनआईए की पूछताछ में उगले हैं।
पुलिस के अनुसार लखनदास बाबा ने पूछताछ में बताया कि वह मालेगांव विस्फोट की योजना में शामिल था, जिसके बाद फरारी काटने के लिए चित्रकूट आ गया। तब से वह चित्रकूट में ही रह रहा था।
में चित्रकूट में रह रहा था मालेगांव विस्फोट का प्रमुख आरोपी
बिजली शिकायतें दर्ज करवाने टोल-फ्री नम्बर शुरू
भोपाल 17 दिसम्बर 2012। मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी ने उपभोक्ताओं की बिजली शिकायतें दर्ज करने के लिये टोल-फ्री नम्बर शुरू किया है। उपभोक्ता को सेंट्रल कॉल-सेंटर में अपना नाम अथवा सर्विस कनेक्शन बताने मात्र से ही शिकायत दर्ज हो जायेगी। गैर-उपभोक्ता भी कॉल-सेंटर में फोन कर बिजली संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। उपभोक्ता के यहाँ यदि बिजली चली गई है अथवा कोई और शिकायत भी है तो सेंट्रल कॉल-सेंटर के टोल-फ्री नम्बर 18004203300 पर फोन किया जा सकता है। कम्पनी ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि अच्छी सेवा के लिये इसका लाभ उठायें।
कम्पनी ने बिजली शिकायतों को दर्ज करने तथा इनका तेजी से निपटारा करने के उद्देश्य से सेंट्रल कॉल-सेंटर में टोल-फ्री नम्बर शुरू किया है। कम्पनी कार्यक्षेत्र के सभी 16 जिलों के उपभोक्ता टोल-फ्री नम्बर 18004203300 पर अपनी बिजली संबंधी शिकायतें दर्ज करवा सकते हैं। कम्पनी क्षेत्र के भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, होशंगाबाद, हरदा, राजगढ़, बैतूल, ग्वालियर, गुना, अशोकनगर, दतिया, शिवपुरी, श्योपुर, मुरैना तथा भिण्ड जिले में यह व्यवस्था की गई है।
कॉल-सेंटर में की जाने वाली शिकायत
सेंट्रल कॉल-सेंटर में उपभोक्ता नये कनेक्शन, कनेक्शन का लोड कम या ज्यादा करना, मीटर रीडिंग दर्ज करना, बिजली बंद होना, मीटर की खराबी, कनेक्शन काटने एवं जोड़ने के मामले, बिजली चोरी, वोल्टेज में उतार-चढ़ाव, स्ट्रीट लाइट, ट्रांसफार्मर में चिन्गारी निकलने, विद्युत दुर्घटना, बिलिंग आदि शिकायतें अथवा जानकारी भी दर्ज करवा सकते हैं। साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ता गाँव और खेत के फेल ट्रांसफार्मर की सूचना दे सकेंगे। इसके लिये उन्हें डी.पी. में पेंट किया 10 अंकों का नम्बर बताकर टोल-फ्री नम्बर पर देना होगा।
दिल्ली में बेलगाम मनचले, आजतक संवाददाता अंजना कश्यप से छेड़खानी
नयी दिल्ली (ब्यूरो)। दिल्ली में हुए गैंग रेप के एक रात बाद भी कुछ नहीं बदला है। मनचले अभी भी बेलगाम है और पुलिस सुस्त। अपराधियों के मन से कानून का भय इस कदर खत्म हो चुका है कि वो राह चलती महिलाओं को छेड़ने से पहले जरा भी नहीं सोचते। बीती रात की ही बात करें तो शोहदों ने एक महिला संवाददाता तक को नहीं बख्शा और कार से गुरजते वक्त गंदी टि्प्पणी की। मालूम हो कि रविवार की रात चलती बस में गैंग रेप की घटना ने दिल्ली सहित पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस घटना के अगले दिन यानि की सोमवार की रात आजतक की संवादाता अंजना कश्यप दिल्ली के सुरक्षा का जायजा लेने अपनी टीम के साथ निकलीं थीं। अंजना एम्स अस्पताल के सामने खड़ी थी कि एक वैगन आर कार (DL9C S 5360) में सवार कुछ मनचले उनके पास आये और कार रोक दिया। कार रुकते ही अंजना ने पूछा ''क्या है'' तो इतने में कार के पीछे बैठे एक युवक ने इशारा करते हुए कहा कि ''चलें''। इतने में आजतक के कैमरा मैन को देखकर कार सवार मनचले नौ दो ग्यारह हो गये। हालांकि कैमरे में उनकी तस्वीर कैद हो चुकी है और पूरे देश में उसे दिखाया भी गया है मगर दिल्ली पुलिस अभी तक उन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
Date118-12-2012
बलात्कार नहीं रोक सकते तो देवी की पूजा बंद करें: जया बच्चन
नई दिल्ली। राजधानी के मुनीरका में चलती बस में हुई बलात्कार की वारदात के बाद देश के कई मां-बाप होंगे जिन्हें रात को नींद नहीं आयी होगी। उनमें से सांसद जया बच्चन भी हैं। जया बच्चन की भावनाएं संसद में उस समय उमड़कर बाहर आ गईं, जब इस मुद्दे पर चर्चा शुरू हुई। चर्चा के दौरान जया बच्चन ने कहा कि अगर हम बलात्कार की वारदतें नहीं रोक सकते, तो देवी की पूजा बंद कर देनी चाहिये। जया बच्चन भावुक हो उठीं और बोलीं, "सभापति जी, दिल्ली में जो घटना हुई है, उससे देश का सिर शर्म से झुक गया है।" उन्होंने कहा, "सबसे बड़ी शर्म की बात तो यह है कि जो महिला पत्रकार इस वारदात को कवर करने गई उसके साथ भी छेड़छाड़ हुई। मुझे समझ नहीं आ रहा मैं क्या बोलूं। मैं हिल गई हूं। हमारे देश में महिला को दुर्गा मां की तरह पूजा जाता है। आज सब बातें किनारे हो गई हैं। हर रोज देश भर में महिलाओं की इज्जत लुट रही है। अगर ऐसा ही चलता रहे, तो हमें देवी की पूजा करनी बंद कर देनी चाहिये।" आगे क्या हुआ इस संवाद में देखें- जया बच्चन ने आगे कहा, "देश में जो आंकड़े हैं वो रजिस्टर्ड हैं, न जाने उनके अलावा कितनी वारदातें रोज होती हैं....।" इससे पहले जया अपनी बात पूरी कर पातीं, उपसभापति ने उन्हें रोक दिया और कहा कि टाइम पूरा हो गया है। जया बच्चन ने कहा, "यह महिलाओं से जुड़ा गंभीर मुद्दा है, इसमें टाइम नहीं देखना चाहिये।" तब उपसभापति बोले, "बैठ जाइये जया जी दूसरों को मौका दीजिये।" जया ने कहा, "जब मुद्दा उठा है तो मुझे बोलने से क्यों रोका जा रहा है।" उपसभापति ने कहा, "आपको नोटिस देकर बोलना चाहिये"। यहां पर जया का जो जवाब था वो दिल को झकझोर देने वाला था। जया ने कहा, "बलात्कारी नोटिस देकर बलात्कार नहीं करता है उपसभापति जी।" देखते ही देखते उपसभापति ने दूसरे वक्ता को बोलने को कह दिया। अब देखिये हमारे देश की संसद में जब एक महिला सांसद महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पर बोलती है, तो उसे कैसे रोक दिया जाता है। सच पूछिए तो यह भी शर्मनाक है। हालांकि इससे पहले बसपा सुप्रीमो मायावती और लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार ने इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करने की बात कही। वहीं नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि इन बलात्कारियों को फांसी की सजा होनी चाहिये।
Date19-12-2012
Tuesday, December 4, 2012
मैंने कर्मचारियों का ज्यादा भला किया : दिग्गी
मैंने कर्मचारियों का ज्यादा भला किया : दिग्गी
भोपाल 4 दिसंबर 2012। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने मंगलवार शाम पीसीसी में आयोजित पत्रकार-वार्ता में कहा कि राज्य के सरकारी कर्मचारियों का उनके मुख्यमंत्रित्व में ज्यादा भला हुआ।
उन्होंने सिलसिलेवार बताया कि राज्य में भाजपा शासनकाल में वर्ष 2004 से आज तक लगभग 20,000 शासकीय कर्मचारियों के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा शासन की शह पर मारपीट और दुव्र्यवहार की घटनायें घटी है जिससे स्पष्ट है कि यह पार्टी अधिकारियों और कर्मचारियों के हितों की रक्षा करने में नाकाम रही है। इन घटनाओं के आरोपियों में बजरंगदल, विश्वहिन्दू परिषद, अभाविप तथा भाजपा के कार्यकर्ता शामिल थे।
इसी प्रकार, सरकार द्वारा विधानसभा में मार्च 2008 में प्रश्न क्रमांक 115 के उत्तर में जो जानकारी उपलब्ध कराई गई थी उसके अनुसार 1 अप्रेल 2004 से 31 दिसंबर 2007 तक शासकीय कर्मचारियों से मारपीट के 7546 प्रकरण दर्ज हुये थे जिनमें 15646 भाजपा कार्यकर्ता गुण्डागर्दी में शामिल थे।
भाजपा के शासनकाल में न केवल शासकीय कर्मचारी बल्कि पुलिस के वरिष्ठ आई.पी.एस. अधिकारियों के खिलाफ भी माफि या लोगों ने भाजपा सरकार की षह पर हमले किये है जिनमें से आई.पी.एस. ऑफीसर नरेन्द्र कुमार की मत्यु हो गई। एक दूसरी घटना में आई.पी.एस. अधिकारी जयदेवन पर शराब माफिया ने हमला किया जिसमें भाजपा के पूर्व विधायक नरेन्द्रसिंह कुशवाह शामिल थे। इसी प्रकार खरगोन जिले में पुलिस इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर पर हमले हुये जिनमें से इंस्पेक्टर रघुराम प्रसाद की हत्या हो गई और सब इंस्पेक्टर आर.बी. गोयल गंभीर रूप से घायल हुये।
श्री सिंह ने बताया कि भाजपा के शासनकाल में रेत माफि याओं ने एस.डी.एम. अजयगढ़ जिला पन्ना पर हमला किया और ऐसी अनेक घटनायें पूरे प्रदेश में घटित होती रही है जिसके कारण पूरा प्रदेश माफि या प्रदेश में बदल गया है। पुलिस के इंस्पेक्टर रेंक के अधिकारियों पर राजधानी में ही पिछले वर्ष से अभी तक 25 बार हमले किये गये जिसमें अगस्त 2011 में एस.पी. अभय सिंह की ऑखों की रोशनी ही खत्म हो गई।
फरवरी 2012 में कमला नगर थाने में आर.एस.एस. के स्वयंसेवकों ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया। विडंबना यह थी कि पीटने वाले स्वयंसेवकों ने गृहमंत्री से मिलकर पिटे हुये पुलिसकर्मी सब इंस्पेक्टर बी. एम. कुशवाह, सहायक सब इंस्पेक्टर धर्मसिंह आर्य, प्रधान आरक्षक देवेन्द्र, नरवरिया, मुंशी संतराम खन्ना एवं आरक्षक सुरेश यादव, नवीन मिश्रा, विनोद पठारिया, अतुल जंगले, समरसिंह व अन्य को निलंबित करा दिया। देवास जिले में एक महिला तहसीलदार पर रेत माफियाओं ने हमला किया और यह घटना आई.पी.एस. अधिकारी की हत्या के एक माह बाद हुई। इससे लगता है कि यह सरकार आपराधिक और गुण्डा तत्वों के विरूद्ध कोई कार्यवाही नही करना चाहती।
श्री सिंह ने बताया कि कांग्रेस के शासनकाल में कर्मचारियों एवं पेंशनर्स को केन्द्रीय तिथि से मंहगाई भत्ता दिया जाता था। यद्यकिप उसकी घोषणा 3-4 माह पश्चात होती थी लेकिन उसका एरियर कर्मचारियों के भविष्य निधि खाते में सीधा जमा किया जाता था। इस सरकार ने केन्द्रीय तिथि से मंहगाई भत्ता न देकर लगभग 5 से 6 महीनो का विलंब कर कर्मचारियों को मंहगाई भत्ता दिया है जिसके कारण सरकार ने 4 लाख 60 हजार शासकीय कर्मचारियों का 133 महीनों के मंहगाई भत्ते का एरियर जो लगभग 8610 करोड़ रूपये है हजम कर लिया है।
श्री सिंह ने कहा कि अग्रवाल आयोग की अनुशंसाओं के अनुसार जो वेतन भत्ते (गृह भाड़ा, यात्रा भत्ता, स्थानांतरण अनुदान इत्यादि) प्रदेश कर्मचारियों को दिनांक 01.01.2006 से देय है वे भी वर्ष 2012 के अंत से दिये जा रहे है जबकि इसे केन्द्र की तिथि से देय मान्य किये जाने की स्थिति में प्रतिवर्ष रू. 306.74 करोड का एरियर कर्मचारियों को दिया जाना चाहिये जो 01.01.2006 से 01.11.2012 तक लगभग 6 वर्ण की एरियर राशि रू. 1840.44 करोड़ रूपये होती है। इसी प्रकार प्रदेश में लगभग 2,75,000 पेंशनर्स है जिनकी मंहगाई राहत का लगभग 9000 करोड़ रूपये का एरियर सरकार ने हजम कर लिया है।
श्री सिंह ने कहा कि यदि सरकार शासकीय कर्मचारियों एवं पेंशनर्स की उपरोक्त उल्लेखित राशि रू. 19450.44 करोड़ रूपयों नही हड़पती तो प्रत्येक कर्मचारी/पेंशनर को औसतन 3 से 4 लाख रूपये नगद मिलते जिससे वह अपना छोटा सा घर बना सकता था या बेटी का विवाह कर सकता था। कांग्रेस के 10 वर्षों के शासनकाल में मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को 30 हजार अनुकंपा नियुक्तियां दी गई थी जबकि भाजपा के शासनकाल में अनुकंपा नियुक्तियों के 15 हजार प्रकरण लंबित है तथा अब तक कर्मचारियों के आश्रित अपनी नियुक्ति हेतु कार्यालयों के चक्कर काट रहे है।
श्री सिंह ने दावा किया कि कांग्रेस के शासनकाल में 22334 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की सेवा नियमित की गई थी परन्तु भाजपा के शासनकाल में 55000 दैनिक वेतन भोगी नियमितीकरण से वंचित कर दिये गये। कांग्रेस के शासनकाल में 5 वें वेतन आयोग के एरियर्स एक ही किश्त में दिया गया था जबकि भाजपा के शासनकाल मे छठवें वेतन आयोग के एरियर का भुगतान 5 किश्तों में बगैर ब्याज के किया जा रहा हैं।
मेरे बारे में अफवाह फैलाई - दिग्विजय
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने मंगलवार शाम पीसीसी में आयोजित पत्रकार-वार्ता में
AICC general secretary Digvijay Singh at Press Conference at Bhopal PCC.
News from Madhya Pradesh News, Bhopal 4 Dec. 2012.
भोपाल आज भी घट रहा - मनोज श्रीवास्तव
Book on gas tragedy focuses on women''s endless suffering
BHOPAL: women''''s endless suffering said here on Monday it was unfortunate that Bhopal was still known in the world mostly for Bhopal Gas Tragedy. But at the same time the fact remained that Bhopal was still living the tragedy every moment even after 28 years of the worst chemical disaster.
Bhopal, December 3, 2012. Protest video
Video News by www.prativad.com
Sunday, December 2, 2012
मुख्यमंत्री बाल ह्रदय योजना से होगा कुनाल का एम्स में इलाज
मुख्यमंत्री बाल ह्रदय योजना से होगा कुनाल का एम्स में इलाज
भोपाल 02 दिसंबर 2012। ग्वालियर जिले के ग्राम आरोन निवासी अनुसूचित-जाति के श्री पुरुषोत्तम शाक्य के घर जन्म के बाद कुनाल की सेहत गिरती जा रही थी। पुरुषोत्तम दम्पत्ति बेटे को डॉक्टर के पास ले गये। डॉक्टरी जाँच में कुनाल को जन्म से ह्रदय रोग से पीड़ित बताया गया।
पिता पुरुषोत्तम की माली हालत ऐसी नहीं थी कि वह बेटे के इलाज का भारी खर्च उठा सके। उन्होंने ‘‘मुख्यमंत्री बाल ह्रदय उपचार’’ योजना का लाभ लेने के लिये बेटे की जाँच के कागजात सहित आवेदन दिया। सरकार द्वारा शीघ्र ही कुनाल को इलाज के लिये 55 हजार की राशि मंजूर कर सीधे एम्स, दिल्ली भेजी जा रही है, जहाँ कुनाल का इलाज होगा।
पुरुषोत्तम कहते हैं ‘‘मुख्यमंत्री बाल ह्रदय उपचार योजना’’ उनके जैसे परिवार के बच्चों के इलाज के लिए संजीवनी बन कर आयी है।
भोपाल 02 दिसंबर 2012। ग्वालियर जिले के ग्राम आरोन निवासी अनुसूचित-जाति के श्री पुरुषोत्तम शाक्य के घर जन्म के बाद कुनाल की सेहत गिरती जा रही थी। पुरुषोत्तम दम्पत्ति बेटे को डॉक्टर के पास ले गये। डॉक्टरी जाँच में कुनाल को जन्म से ह्रदय रोग से पीड़ित बताया गया।
पिता पुरुषोत्तम की माली हालत ऐसी नहीं थी कि वह बेटे के इलाज का भारी खर्च उठा सके। उन्होंने ‘‘मुख्यमंत्री बाल ह्रदय उपचार’’ योजना का लाभ लेने के लिये बेटे की जाँच के कागजात सहित आवेदन दिया। सरकार द्वारा शीघ्र ही कुनाल को इलाज के लिये 55 हजार की राशि मंजूर कर सीधे एम्स, दिल्ली भेजी जा रही है, जहाँ कुनाल का इलाज होगा।
पुरुषोत्तम कहते हैं ‘‘मुख्यमंत्री बाल ह्रदय उपचार योजना’’ उनके जैसे परिवार के बच्चों के इलाज के लिए संजीवनी बन कर आयी है।
श्रद्धांजलि देने भोपाल के लोगों ने सड़कों पर दौड़ लगाई
भोपाल 02 दिसंबर 2012। विश्व की सबसे बड़ी इस गैस त्रासदी की भेंट चढ़े लोगों को श्रद्धांजलि देने एवं प्रभावितों के दर्द को अपने दिल में समेटे भोपाल के लोगों ने सड़कों पर दौड़ लगाई। दौड़ में शामिल प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करने के लिए जल संसाधन मंत्री जयंत मलैया, पूर्व केंद्रीय प्रहलाद पटेल, बीडीए अध्यक्ष सुरेंद्रनाथ सिंह, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पीसी शर्मा आदि मौजूद थे।
गैस त्रासदी के दर्द को दिल में समेटे टीटी नगर स्टेडियम पर आज सुबह भोपाल के युवाओं ने दौड़ के रूप में भाग लेकर प्रभावितों को श्रद्धांजलि दी। राज्य खेल परिसर से लिंक रोड और फिर बोर्ड आफिस चौराहे से वापस स्टेडियम तक की दौड़ लगाई। दौड़ में शामिल होने आए प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन के लिए अतिथियों के रूप में जन संसाधन मंत्री जयंत मलैया, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, विधायक विश्वास सारंग, अध्यक्ष बीडीए सुरेन्द्रनाथ सिंह, भोपाल जिला अध्यक्ष कांग्रेस पीसी शर्मा, संचालक खेल एवं युवा कल्याण विभाग, डीजीपी जेल सुरेन्द्र सिंह, पूर्व बीडीसीए उपाध्यक्ष एएस सिंहदेव शामिल थे। दौड़ में प्रथम स्थान पर वीरेन्द्र कुमार, दूसरे पर रंजीत पटेल और चंद्रमाली तीसरे स्थान पर रहे। महिलाओं से मंजू यादव को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। विजेताओं को ट्राफी और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
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