Monday, January 14, 2013

टैक्नोसिटी- भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी परिदृश्य में एक प्रमुख केन्द्र


जैकब अब्राहम
तिरुअनंतपुरम जिले के पल्लिप्पुरम क्षेत्र में उद्योग के बडे ब्रांडों द्वारा उत्पाद केन्द्रों को स्थापित करने की संभावनाओँ, प्रशिक्षण परिसरों, विकासात्मक संस्थानों और विविध अन्य पहल की शुरुआत के साथ भारत के सूचना प्रौद्योगिकी परिदृश्य को तैयार करने में एक प्रमुख स्थल यानि तिरुअनंतपुरम स्थित टैक्नोसिटी बहुत तेजी से वैश्विक गतिविधियों का केन्द्र बन रहा है।
   टैक्नोपार्क के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि- "निवेश क्षमता और संभावनाओं के संबंध में दुनिया भर से मांगी जा रही जानकारियों के साथ हम अपने नियत समय के अनुसार आगे बढ़ रहे हैं।"  वरिष्ठ प्रबंधक व्यापार विकास के अनुसार-"टीम टैक्नोपार्क के द्वारा संचालित और पोषित टैक्नोसिटी जब अपनी वास्तविक शक्ल ग्रहण करेगा तो यह राज्य और राष्ट्र दोनों के लिए बेशकीमती होगा।"
        तैयार मास्टर प्लान और संभावित निवेशकों के लिए उन्नत अवसंरचना सुविधा मुहैया कराने के साथ टैक्नोसिटी का कार्य वर्तमान में प्रगति पर है। पूरी तरह से तैयार हो जाने के बाद यह 432 एकड में फैला एक समेकित सूचना प्रौद्योगिकी टाउनशिप होगा जिसमें न केवल आईटी/आईटीईएस फर्मों के लिए स्थान होगा बल्कि आवासीय, वाणिज्यिक, सेवा, चिकित्सा और शिक्षण सुविधाएं भी उपलब्ध होगी। यह परियोजना स्व- आश्रित सैटेलाइट सिटी के रुप में होगी जिसके तहत तिरुअनंतपुरम शहर के संसाधनों और अवसंरचना का दोहन नहीं किया जाएगा।
        एम्बेडेड सॉफ्टवेयर विकास, उद्यम संसाधन नियोजन (ईआरपी), प्रक्रिया नियंत्रण सॉफ्टवेयर डिजाइन, इंजीनियरिंग और कंप्यूटर आधारित डिजायन सॉफ्टवेयर विकास, आईटी समर्थित सेवाएं (आईटीईएस), प्रक्रिया पुनः आभियांत्रिकी, एनिमेशन और ई-व्यापार जैसी विविध प्रकार की कंपनिया टैक्नोसिटी की इकाइयों में शामिल होगी। घरेलू कंपनियों के साथ ही बहुराष्ट्रीय संगठनों की सहायक कंपनियों को भी फर्म द्वारा शामिल किया जाएगा।
  टैक्नोसिटी में आईटी/आईटीईएस और इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों के क्रियान्वयन के लिए आवश्यक सभी अवसंरचना और समर्थन सुविधाओं के साथ ही कर्मचारियों के लिए विश्व स्तरीय सुविधाएं भी होंगी। इसके अलावा टैक्नोपार्क जैसी टैक्नोसिटी व्यापार संवर्धन सुविधाओं को भी मुहैया कराएंगी।
  टैक्नोसिटी में किराए पर स्थान लेने वाले संगठनों के लिए बहु-इमारत के साथ लगभग 25 मिलियन वर्ग फीट बिल्ट-अप स्थान है। इसे एक समेकित टाउनशिप के रुप में विकसित किया जा रहा है और इसमें आवासीय स्थान, रीटेल सुविधाएं, मल्टीप्लेक्स, अस्पतालों और स्कूलों की सुविधाएं भी शामिल है। इससे टैक्नोसिटी में कंपनियों के कर्मचारियों को कार्यालय से पैदल दूरी पर ही विश्वस्तरीय सुविधाओं को प्राप्त करने की सरलता होगी।
  तिरुअनंतपुरम राष्ट्रीय इंटरनेट प्रणाली से जुडा है और परिसर में फाइबर ऑप्टिक लाइनों के द्वारा इसमें रिलायंस इंफोकॉम, भारती एयरटेल, विदेश संचार निगम, एशियानेट डाटालाईन  जैसे बैंडविड्थ प्रदाताओं की सेवाएं शामिल हैं।
        टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड (टीसीएस) एशिया के सबसे बडे प्रशिक्षण केन्द्र को स्थापित करने की प्रक्रिया में है । उन्हें आवंटित 82 एकड़ की ज़मीन में एक समय में 16,000 कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा सकता है और उनके रहने की व्यवस्था की व्यवस्था की जा सकती है। टीसीएस पहले ही टैक्नोपार्क फेज-I से अपने ग्लोबल लर्निंग सेंटर का संचालन कर रहा है। लगभग 10,000 कर्मचारियों के लिए सॉफ्टवेयर विकास केन्द्र का निर्माण टैक्नोपार्क फेज-I में किया जा रहा है।
  इंफोसिस को आवंटित 50 एकड़ एसईजेड भूमि में इंफोसिस द्वारा उनके अगले विकास केन्द्र की स्थापना की प्रक्रिया चल रही है। फेज-I और फेज-II से इंफोसिस पहले ही संचालन कर रहा है। तीसरा सॉफ्टवेयर विकास ब्लॉक और साथ ही बहुस्तरीय कार पार्किंग की इमारत के निर्माण का कार्य फेज-II के परिसर में चल रहा है।
        भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी और प्रबंधन संस्थान – केरल (आईआईआईटीएम-के) और एशियन स्कूल ऑफ बिजनेस (एएसबी) जैसे  कम से कम दो महत्वपूर्ण शैक्षिक संस्थान और अनुसंधान संस्थान टैक्नोसिटी में होंगे। इनमें से एशियन स्कूल ऑफ बिजनेस अपना संचालन शुरु कर चुकी है और आईआईआईटीएम-के अपने 10 एकड ज़मीन में संचालन शुरु करने की प्रक्रिया में है। टैक्नोपार्क टैक्नोसिटी में 50 एकड विशेष आर्थिक क्षेत्र का विकास कर रही है।
  केरल सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के तहत एक स्वायत्त संस्था इलेक्ट्रॉनिक्स टैक्नॉलॉजी पार्क केरल के तत्वाधान में टैक्नोपार्क की स्थापना की गई। इसमें 240 से भी अधिक कंपनिया और 32000 से भी अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। अवसंरचना का निर्माण तथा साथ ही उच्च प्रौद्योगिकी कंपनियों के विकास के लिए आवश्यक समर्थन मुहैया कराना  टैक्नोपार्क का उद्देश्य था।
  अपने आकार और कर्मचारियों की क्षमता दोनों के हिसाब से पार्क निरंतर प्रगति कर रहा है। शुरुआत में केवल पार्क सेंटर, पंपा और पेरियार इमारत ही थीं। टैक्नोपार्क की कुल भूमि लगभग 771.54 एकड की है। टैक्नोपार्क के फेज एक, फेज दो और फेज तीन के लिए लगभग 326.54 की भूमि है और बाकी स्थान टैक्नोसिटी की लिए शेष भूमि के रुप में है। टैक्नोपार्क में समय समय पर नई इमारतों जैसे नीला, गायत्री और भवनी को जोडा गया है। फरवरी 2007 में 850,000 वर्ग फीट के तेजस्विनी के उद्घाटन के साथ ही यह भारत का सबसे बडा आईटी पार्क बन गया। केरल में यह रोजगार का सबसे बडा स्रोत बन चुका है जिसमें 32000 से भी अधिक लोग 240 कंपनियों में प्रत्यक्ष रुप से कार्यरत हैं। इसके ज़रिए 2010-11 के दौरान 1977.32 करोड़ रुपए के निर्यात अर्जन के साथ 2000 करोड़ रुपए का सकल कारोबर हुआ।

No comments:

Post a Comment