Thursday, October 3, 2013

आम विस चुनाव के समय शिवराज सरकार ने फिर लिया बाजार से 500 करोड़ का कर्ज

MP up to 71 thousand crore loan: a loan of a thousand million, मप्र पर कर्ज हुआ 71 हजार करोड़ : एक हजार करोड़ का नया लोन लिया
भोपाल 3 अक्टूबर 2013। ऐन विधानसभा आम चुनावों के समय प्रदेश की शिवराज सरकार ने फिर बाजार से 500 करोड़ रुपये का ऋण उठाया है। पहले से ही 71 हजार करोड़ रुपयों के कर्ज से लदी राज्य की भाजपा सरकार ने रिजर्व बैंक आफ इण्डिया के मुम्बई आफिस से दस हजार प्रति सिक्युरिटी के हिसाब से यह पांच सौ करोड़ रुपये की राशि बाजार से उठाई है।
अधिकृत जानकारी के अनुसार, कूपन ब्याज रेट पर उठायी गई कर्ज की इस राशि का पुनर्भगतान 25 सितम्बर,2023 को राज्य सरकार करेगी। दस साल के इस कर्ज पर हर साल 25 मार्च और 25 सितम्बर को ब्याज का भुगतान किया जायेगा। इस कर्ज को लेने के लिये राज्य सरकार ने वर्ष 2012-13 के बजटीय आंकड़ों का सहारा लिया है तथा राजस्व प्राप्तियों को राजस्व व्यय से अधिक बताया है अर्थात 6 हजार 370 करोड़ 50 लाख रुपयों का बजट आधिक्य प्रदर्शित किया है जबकि इससे पूर्ववर्ती वर्ष 2011-12 में यह बजट आधिक्य 9 हजार 910 करोड़ 37 लाख रुपयों का बताया गया था। यही नहीं राज्य सरकार ने 31 मार्च,2012 की स्थिति में अपने ऊपर दर्ज कर्ज की राशि 71 हजार 478 करोड़ 10 लाख रुपये की राशि वित्तीय विवरण में बताई है। जबकि 31 मार्च,2013 को समाप्त वित्त वर्ष के कर्ज संबंधी अंतिम आंकड़े अभी तक राज्य सरकार नये कर्जों के लिये जारी नहीं कर रही है। इस साल राज्य सरकार ने 18 जनवरी 2013, 14 फरवरी 2013 तथा 26 जुलाई 2013 को भी एक-एक हजार करोड़ रुपये के ऋण गवर्मेन्ट सिक्युरिटीज का विक्रय कर बाजार से कर्ज उठाया था तथा अब फिर पांच सौ करोड़ रुपये का नया कर्ज लिया है।

No comments:

Post a Comment