Monday, October 7, 2013

प्रदेश के अभ्यारण्यों में प्रवेश का शुल्क बढ़ा

wild life
अब पर्यटकों को परिचय-पत्र दिखाना होगा
भोपाल 7 अक्टूबर 2013। राज्य सरकार ने आगामी पन्द्रह अक्टूबर से खुलने जा रहे अभ्यारण्यों में प्रवेश शुल्क बढ़ा दिया है। अब जहां पाहन हेतु अनुज्ञात अधिकतम सवारी की गिनती में वाहन चालक,गाईड एवं नेचुरलिस्ट भी सम्मिलित होंगे वहां प्रवेश अनुज्ञा-पत्र में सूचीबध्द समस्त पर्यटकों को उनका परिचय-पत्र साथ रखना अनिवार्य होगा एवं व्यक्तियों की पहचान सुनिश्चित न होने पर प्रवेश अनुज्ञा-पत्र रद्द कर दिया जायेगा।
राज्य के वन विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक, अभ्यारण्यों में प्रवेश हेतु अनुज्ञा-पत्र मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक मप्र या उनके द्वारा अधिकृत अधिकारी ही जारी कर सकेगा। वाहन से वन्यजीव दर्शन प्रति राउण्ड हेतु कोर टाईगर रिजर्व एवं अन्य राष्ट्रीय उद्यान या अभ्यारण्यों (भोपाल स्थित वन विहार को छोड़कर) का शुल्क जीप/कार/जिप्सी वाहन हेतु भारतीयों के लिये 1200 रुपये और 9 से 20 व्यक्तियों की मिनी बस हेतु 5 हजार रुपये शुल्क होगा जबकि विदेशियों के लिये यह शुल्क क्रमश: 2400 रुपये एवं 10 हजार रुपये होगा। वाहन से विशिष्ट स्थलों के दर्शन के अंतर्गत पचमढ़ी व्यू पाईंट हेतु दो पहिया वाहन हेतु भारतीयों से 120 रुपये और विदेशियों से 600 रुपये, कार/जीप/जिप्सी हेतु भारतीयों से 400 रुपये एवं विदेशियों से 2 हजार रुपये तथा मिनी बस हेतु भारतीयों से 1200 रुपये एवं विदेशियों से 2400 रुपये शुल्क लगेगा। वन विहार भोपाल, पन्ना रा. उद्यान में पांडव फाल, केन घडिय़ाल अभ्यारण्य में रनेह फाल, अन्य ऐसे स्थल जो विनिर्दिष्ट हों में दो पहिया वाहन से दर्शन हेतु भारतीयों से 50 रुपये एवं विदेशियों से 250 रुपये, कार/जीप/जिप्सी हेतु भारतीयों से 200 रुपये एवं विदेशियों से एक हजार रुपये एवं मिनी बस हेतु भारतीयों से 800 रुपये एवं विदेशियों से 1600 रुपये शुल्क वसूला जायेगा। आटो रिक्शा से प्रवेश पर शुल्क दो पहिया वाहन के शुल्क से दोगुना लगेगा। इसी प्रकार उक्त क्षेत्रों में पैदल दर्शन हेतु भारतीय नागरिक से 20 रुपये एवं विदेशी नागरिक से 200 रुपये प्रति व्यक्ति शुल्क लिया जायेगा। लेकिन भीम बैठिका में पार्किंग तक वाहन का प्रवेश शुल्क नहीं लगेगा लेकिन भारतीय नागरिक से 25 रुपये एवं विदेशी नागरिक से 250 रुपये प्रति व्यक्ति शुल्क लिया जायेगा। वन विहार भोपाल में पैदल ट्रैकिंग शुल्क प्रति व्यक्ति प्रतिदिन भारतीय से 50 रुपये एवं विदेशी से 500 रुपये लिया जायेगा। अन्य राष्ट्रीय उद्यानों में यह शुल्क क्रमश: सौ रुपये एवं एक हजार रुपये होगा। समस्त राष्ट्रीय उद्यानों या अभ्यारण्यों में कैंपिंग शुल्क प्रति व्यक्ति प्रति रात्रि भारतीयी से 500 रुपये एवं विदेशी से 5 हजार रुपये शुल्क लिया जायेगा। टाईगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में मचान/वाच टावर से दर्शन पर देशी से 150 रुपये एवं विदेशी से पन्द्रह सौ रुपये लिया जायेगा। अन्य राष्ट्रीय उद्यानों में श्ह शुल्क क्रमश: 75 रुपये एवं 750 रुपये होगा। 
अभ्यारण्यों में वन विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये वाहन से दर्शन पर बैटरी चलित वाहन वन विहार एवं रालामंडल हेतु देशी से 50 रुपये एवं विदेशी से ढाई सौ रुपये प्रति व्यक्ति लिया जायेगा जबकि इंजन चलित वाहन से समस्त उद्यानों में देशी से सौ रुपये एवं विदेशी से पांच सौ रुपये प्रति व्यक्ति लिये जायेंगे। वन विहार भोपाल में सुबह की पैदल या सायकिल से भ्रमण पर सौ रुपये एवं विदेशी से एक हजार रुपये मासिक शुल्क प्रति व्यक्ति लिया जायेगा तथा आजीव शुल्क पन्द्रह हजार रुपये प्रति व्यक्ति शुल्क होगा। नियमित राउण्ड के दौरान पर्यटकों को डिजिटल या स्टिल कैमरे का बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के उपयोग करने का अधिकार होगा। टाईगर रिजर्व के कोर एरिया में फोटोग्राफी/फिल्मांकन हेतु 
देशी संस्थान या केन्द्र अथवा राज्य सरकार के विभाग एवं संस्थान से प्रथम सात दिन तक दस हजार रुपये एवं आठवें से पन्द्रहवें दिन तक साढ़े सात हजार रुपये तथा सोलहवें दिन से लगातार पांच हजार रुपये लिये जायेंगे जबकि अन्य भारतीय नागरिकों से क्रमश: बीस हजार रुपये, पन्द्रह हजार रुपये एवं दस हजार रुपये लिये जायेंगे जबकि विदेशी नागरिक से क्रमश: चालीस हजार रुपये, तीस हजार रुपये एवं बीस हजार रुपये वसूले जायेंगे। अन्य राद्यट्रीय उद्यानों में फोटोग्राफी/फिल्मांकन हेतु शुल्क उक्त शुल्क का आधा होगा। ये दरें तब ही लागू होंगी जबकि पर्यटन के नियमित समय से परे या सामान्य पर्यटन मार्गों से हटकर फोटोग्राफी/फिल्मांकन हेतु अनुज्ञा चाही जाये। फोटोग्राफी/फिल्मांकन हेतु अनुज्ञा अभ्यारण्यों के बंद रहने की अवधि में भी दिये जा सकेंगे। हाथी से भ्रमण पर देशी से पांच सौ रुपये एवं विदेशी से पन्द्रह सौ रुपये प्रति व्यक्ति लिये जायेंगे तथा हाथी पर महावत के अलावा चार अन्य पर्यटक ही बैठ सकेंगे और अभिभावकों के साथ पांच वर्ष आयु तक के बच्चों की अनुमति नि:शुल्क होगी।
ये स्थल साल भर खुले रहेंगे :
वन विहार भोपाल, माधव रा. उद्यान, फासिल रा. उद्यान घुघवा, डायनोसोर जीवाश्म रा. उद्यान, सैलाना अभ्यारण्य, सरदारपुर अभ्यारण्य, ओरछा अभ्यारण्य, पन्ना रा. अभ्यारण्य में पांडव फाल, केन घडिय़ाल अभ्यारण्य में रनेह फाल, पचमढ़ी के दर्शनीय स्थल, चिड़ीखोह, रातापानी में भीम बैठिका, बर्रुसोत व देलावाड़ी। शेष अभ्यारण्य एक जुलाई से 15 अक्टूबर तक बंद रहेंगे। संरक्षित क्षेत्र में भारसाधक अधिकारी द्वारा प्रवेश वाले व्यक्तियों द्वारा मोबाईल फोन का उपयोग प्रतिबंधित किया जा सकेगा।
इन्हें मिलेगी प्रवेश शुल्क से छूट :
वन्यजीवों के अध्ययन हेतु। वैज्ञानिक अनुसंधान हेतु। राष्ट्रीय उद्यान में निवास कर रहे लोगों से विधिपूर्ण संव्यवहार पर। टाईगर रिजर्व के बफर जोन में या राष्ट्रीय उद्यान या अभ्यारण्यों की सीमाओं से 5 किमी की दूरी तक स्थित ग्रामों के मान्यताप्राप्त शैक्षणिक संस्थाओं के छात्रों या ईकारे विकास समितियों के सदस्यों के प्राधिकृत अध्ययन पर। केन्द्र एवं राज्य सरकार के संस्थानों के प्राधिकृत अध्ययन पर। अभिभावकों के साथ भ्रमण कर रहे पांच वर्ष आयु के बच्चों हेतु। वन विहार भोपाल में विकलांग या गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन वाले व्यक्तियों को पैदल अथवा सायकिल से भ्रमण पर नियमित प्रवेश शुल्क का पचास प्रतिशत लगेगा लेकिन इसके लिये ऐसे व्यक्ति को विकलांग या बीपीएल होने का प्रमाण-पत्र दिखाना होगा।






Navin Joshi, डॉ. नवीन जोशी, www.prativad.com




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