Tuesday, June 21, 2011

कांग्रेस व भाजपा से जुड़े लोगों का धन विदेशी बैंकों में : मायावती


भोपाल, 19 जून 2011। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती का कहना है कि कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दोनों की ही मंशा विदेशों में जमा कालाधन वापस लाने की नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि इन दोनों दलों से जुड़े लोगों का धन विदेशी बैंकों में है।
भोपाल के जम्बूरी मैदान में मध्य प्रदेश सहित छत्तीसगढ़, ओडीशा व राजस्थान के कार्यकर्ताओं के अधिवेशन को सम्बोधित करते हुए मायावती ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल में राष्ट्रमंडल खेल, 2जी स्पेक्ट्रम तथा आदर्श सोसायटी घोटाले हुए हैं। इन मामलों में केंद्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय के दखल के बाद कार्रवाई की है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कालाधन वापस लाना नहीं चाहती है, यही कारण है कि उसकी ओर से पहल नहीं की जा रही है। इतना ही नहीं भाजपा भी कालाधन वापस लाना नहीं चाहती। तभी तो भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार केंद्र में छह साल तक रही और उसने कालाधन वापस लाने के लिए कुछ नहीं किया।
मायावती का मानना है कि अगर विदेशों के बैंकों में जमा कालाधन वापस आ जाए तो देश में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले 50 फीसदी आबादी की गरीबी खत्म हो जाएगी।
केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना करते हुए मायावती ने कहा कि अब तक केंद्र में सत्ता में आई सरकारें पूंजीपतियों व धन्नासेठों के अनुरुप आर्थिक नीतियां बनाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि पूंजीपति की मदद से ही इनकी सरकारें बनती हैं। बात साफ है जिसका नमक खाएंगे उसके लिए हलाल भी बनना पड़ेगा।
मायावती ने कहा कि वहीं ये योजनाएं गरीब विरोधी भी हैं। यही कारण है कि दलितों, पिछड़ों व धर्म के आधार पर अल्पसंख्यक समुदायों का आजादी के 63 वर्ष बाद भी सामाजिक व आर्थिक स्तर नहीं सुधर पाया है। गरीब और गरीब हो गया है तथा अमीर और अमीर होता जा रहा है। परिणामस्वरुप इन वर्गो के लोग नक्सलवाद अथवा गलत रास्ते पर चले जाते है।

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