भोपाल 20 जून 2011। राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा की गुणवत्ता के प्रति लापरवाह अधिकारियों-कर्मचारियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई का रूख अपनाया है। उच्च शिक्षा मंत्री श्री लक्ष्मीकान्त शर्मा ने महाविद्यालय में अध्यापन और व्यवस्थाओं में लापरवाही बरतने पर शासकीय महाविद्यालय अमरपाटन जिला सतना के प्रभारी प्राचार्य डॉ. एस.के. पाण्डे को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करने के आदेश दिये हैं। इसके साथ ही महाविद्यालय में अनुपस्थित पाये गये 5 प्राध्यापकों एवं सहायक प्राध्यापकों की दो वेतन वृद्धियाँ रोकने के निर्देश दिये गये हैं। इस संबंध में विभाग द्वारा आज आदेश जारी कर दिये गये।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री लक्ष्मीकान्त शर्मा ने विभाग के प्रमुख सचिव और आयुक्त को महाविद्यालयों के आकस्मिक निरीक्षण के निर्देश दिये हैं। इसी के अंतर्गत आयुक्त उच्च शिक्षा डॉ. व्ही.एस. निरंजन ने पिछले दिनों इस महाविद्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण में पाया गया कि प्रभारी प्राचार्य उपस्थित नहीं थे। इसके साथ ही प्राध्यापक डॉ. एस.एन. मिश्रा, प्राध्यापक प्रो. के.एन. मिश्रा, सहायक प्राध्यापक श्री रसिक बिहारी, श्री बलराम दास और डॉ. एस.के. सौंधिया भी बिना अवकाश के अनुपस्थित पाये गये।
आयुक्त उच्च शिक्षा को महाविद्यालय में उपस्थित विद्यार्थियों ने बताया कि महाविद्यालय में प्राचार्य अक्सर उपस्थित नहीं रहते। साथ ही प्राध्यापक भी कक्षाएँ नियमित रूप से नहीं लेते। इसके अलावा कार्यालयीन कर्मचारियों द्वारा भी लापरवाही के मामले सामने आने पर 5 तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भी एक वेतनवृद्धि रोकने के निर्देश दिये गये हैं।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री शर्मा ने आयुक्त उच्च शिक्षा से कहा है कि वे पूरे प्रदेश में आकस्मिक रूप से महाविद्यालयों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं अवलोकन करें। महाविद्यालयों में आवश्यक उपलब्ध संसाधन तथा कमी का भी ब्यौरा प्राप्त करें। शासन पर्याप्त संसाधन उपलब्ध करवायेगा, लेकिन लापरवाही किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
Date: 20-06-2011 Time: 19:40:47
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