भोपाल 4 फरवरी, 2013। गौ माता के मूत्र, गोबर, दूध, दही और घी से बने पंचद्रव के सेवन से समस्त रोगों का नाश होता है वहीं पापों का प्रक्षालन भी होता है। गौ माता को चराते-चराते तथा दूध म खन का सेवन करते हुये श्रीकृष्ण ने महाभारत जैसा महाकाव्य की रचना कर दी। उक्त विचार, सांसद रघुनंदन शर्मा ने श्री बृजमोहन रामकली गौ संरक्षण केन्द्र द्वारा स्वराज भवन में आयोजित अपने स मान समारोह के प्रत्युत्तर में कार्यक्रम को संबोधित करते हुये व्यक्त किया। सांसद एवं मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष मेघराज जैन के मु य आतिथ्य में कार्यक्रम की अध्यक्ष मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पं. ओम मेहता ने की। इस अवसर पर माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्ष पुष्पेन्द्र पाल सिंह एवं भोपाल मेडीकल ऐसासिऐशन के अध्यक्ष ललित जैन विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
गाय की पूंछ से झाडऩे से दूर होते है सभी रोग
सांसद श्री शर्मा ने कहा कि गाय की पूछ से बच्चों को झाडऩे से सभी बीमारियां दूर हो जाती हैं। वहीं गोबर से लिपी जमीन पर यदि अणुबम भी फेंक दिया जाये तो उसकी किरणों का असर नहीं होता। उन्होंने कहा कि हिन्दूस्तान से यदि गाय की मौत हो गई तो हममें से कोई नहीं बचेगा। पूर्व सांसद एवं मेला प्रािधकरण के अध्यक्ष मेघराज जैन ने कहा कि विज्ञान प्रगति के साथ-साथ विनाश के बीज भी बोता जा रहा है। आज हवा, पानी, अन्रन कुछ भी शुद्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि मरने से बचना है तो गाय की शरण में आओ। मनुष्य के जीवन का संरक्षण करने वाली ही गौ माता है।
पन्नियां खाने से हो रही है गौ माताओं की मौत
मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ओम मेहता ने कहा कि पहले हम पहली रोटी गाय को देते थे लेकिन आज ढूंढे से भी गाय नहीं मिलती। हमारे द्वारा पॉलीथीन की पन्नियों में फेंके गये खाद्य पदार्थ खाने से गौ माताओं की मौतें हो रही हैं और हम हत्या के दोषी होते जा रहे हैं।
मनुष्य जीवन में माता का स्थान सर्वोपरि: सिंह
माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्व विद्यालय के विभागाध्यक्ष पुष्पेन्द्र पाल सिंह ने गौ माता के भारतीय परिवेश में गौ माता के सामाजिक आर्थिक एवं सांस्कृतिक पक्ष पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जीवन देने वाली मां के बाद धरती मां और फिर गौमाता, का स्थान मनुष्य के जीवन में है।
इसके पूर्व शाल, श्रीफल एवं पुष्पहारों से रघुनंदन शर्मा, मेघराज जैन, पं. ओम मेहता का संस्था की ओर से अध्यक्ष प्रहलाद दास मंगल, सचिव प्रमोद नेमा ने अभिनंदनर किया। नगर की अनेक संस्थाओं ने अतिथियों का पुष्पहारों से स्वागत किया।
ललित जैन ''मेडिकल ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुये श्री बृजमोहन रामकली, गौ संरक्षण केन्द्र की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन प्रमोद नेमा ने तथा आभार अध्यक्ष प्रहलाद दास मंगल ने व्यक्त किया।
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Friday, February 8, 2013
पंच गण्य से सभी रोगों का नाश होता है : शर्मा
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