कॉलेजों का डाटा ऑनलाइन रखेंगें विश्वविद्यालय |
-महाविद्यालयों की वास्तविक स्थिति पर रखी जा सकेगी नजर
भोपाल, 31 जनवरी 2013। प्रदेश के समस्त विश्वविद्यालयों को अपने दायरे में आने वाले सभी कॉलेजों की जानकारी अपनी वेबसाइट पर अपडेट करनी पड़ेगी। इससे जहां कॉलेजों की वास्तविक स्थिति पर नजर रखी जा सकेगी। वहीं, कॉलेजों द्वारा परीक्षाओं व अन्य गतिविधियों में की जाने वाली लेटलतीफी पर भी विराम लग सकेगा। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा समस्त विश्वविद्यालयों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक, उच्च शिक्षा विभाग को ऑनलाइन प्रवेश सर्वे के दौरान ऐसे कई कॉलेज मिले थे, जिन्होंने दस-बारह साल से बिना अनुमति के पाठ्यक्रम का संचालन जारी रखा था। वह प्रवेश देकर छात्रों को अध्ययन करा रहे थे और उनसे अच्छी खासी फीस वसूल रहे थे। वहीं, कई कॉलेज ऐसे भी मिले जो कॉलेज स्तर पर ली जाने वाली आंतरिक परीक्षाओं व अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में या तो भाग नहीं लेते या इसमें लेटलतीफी करते हैं। जिससे विद्यार्थियों में शिक्षा के साथ अन्य विकास नहीं हो पाता। कॉलेजों द्वारा किए जाने वाले ऐसे कामों पर विराम लगाने के लिए अब इन पर विश्वविद्यालयों की सख्ती से नजर रहेगी। हर विश्वविद्यालय स्वयं से जुड़े हर शासकीय व निजी कॉलेज की सारी जानकारी अपनी वेबसाइट पर अपलोड रखेंगे।
विभाग के कैलेंडर का पालन भी अनिवार्य
प्रदेश के समस्त विश्वविद्यालयों को अब विभाग द्वारा जारी किए गए एकेडमिक कैलेंडर का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा। इसी कैलेंडर के अनुसार ही परीक्षाओं व अन्य गतिविधियों का टाइम टेबल तैयार किया जाएगा। मिली जानकारी के मुताबिक, कई विश्वविद्यालयों द्वारा इस बार समय पर परीक्षा संपन्न नहीं कराई गई। जिससे विभाग विश्वविद्यालयों से नाखुश है। बताया जा रहा है कि बीयू प्रदेश का एक मात्र ऐसा विवि है, जिसकी परीक्षाएं लगभग समय पर प्रारंभ व समाप्त हो रही हैं।
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Friday, February 8, 2013
कॉलेजों का डाटा ऑनलाइन रखेंगें विश्वविद्यालय
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