Thursday, March 31, 2011

सूचना प्रौद्योगिकी से सरकारी खजाने के 20 करोड़ रुपये बचे

सूचना प्रौद्योगिकी से सरकारी खजाने के 20 करोड़ रुपये बचे
सूचना प्रौद्योगिकी से सरकारी खजाने के 20 करोड़ रुपये बचे
भोपाल, 28 मार्च 2011। मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले ने मितव्ययता की मिसाल पेश की है। इस जिले में विभिन्न विभागों की विविध योजनाओं को अमली जामा पहनाने के लिए जमीनी स्तर पर काम करने वाले लोगों से सीधे सम्पर्क स्थापित करने के लिए विकास खंड स्तर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग का इस्तेमाल कर एक वर्ष में 20 करोड़ रुपये की बचत की गई है।
जिले में सरकारी योजनाओं की समीक्षा के लिए प्रति सप्ताह बैठकों का दौर चलता है, इन बैठकों में हिस्सा लेने के लिए जमीनी स्तर पर काम करने वालों के शामिल होने में उनके समय के साथ-साथ पैसा भी खर्च होता था। इसे रोकने में वीडियो कांफ्रेंसिग मददगार साबित हुई है। विकास खंड स्तर पर भारत संचार निगम, राष्ट्रीय सूचना केंद्र तथा मध्य प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक कार्पोरेशन की मदद से वीडियो कांफ्रेंसिंग का सहारा लिया गया।
जिला मुख्यालय में मुख्य स्टूडियो बनाया गया है जबकि चार विकास खंडों अनूपपुर, कोतमा, जैतहरी तथा पुष्पराजगढ़ में वीडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष बनाए गए हैं।
इस व्यवस्था से लगभग 20 हजार अधिकारियों व कर्मचारियों से सम्पर्क किया गया। इससे समय और पैसे की बचत हुई। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सर्व शिक्षा अभियान, स्कूल चलें हम योजनाओं व स्वास्थ्य, पंचायत, पशुपालन, कृषि सहित अन्य विभागों के कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया गया। प्रदेश के मुख्यसचिव अवनि वैश्य ने अनूपपुर के जिलाधिकारी रवींद्र कियावत के इन प्रयासों की सराहना की है।
जिला प्रशासन की ओर से दावा किया गया है कि इस व्यवस्था को लागू करने से गत वर्ष में लगभग 20 करोड़ रुपये की बचत हुई।

Date: 28-03-2011 Time: 16:19:23

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