Sunday, December 26, 2010

मुंबई पुलिस को मरा हुआ डॉन भी चाहिए

मुंबई पुलिस को मरा हुआ डॉन भी चाहिए
26 Dec 2010,

सुनील मेहरोत्रा ॥ मुंबई

हिंदी फिल्मों में एक डॉयलाग बहुत बोला जाता है - हमें वह आदमी हर हाल में चाहिए ही - जिंदा या मुर्दा। मुंबई पुलिस भी लगता है कि हिंदी फिल्मों की तर्ज पर कई बार काम करती है। उसने कई ऐसे आरोपियों को अभी तक वांटेड बनाया हुआ है , जो या मर चुके हैं या गिरफ्तार चुके हैं। तुर्रा यह है कि ऐसे आरोपियों के फोटो भी मुंबई पुलिस की वेबसाइट पर दर्ज हैं।

इन्हीं में एक है नूरा। नूरा दाऊद का भाई है , जिसकी पिछले साल पाकिस्तान में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। खबरें इस तरह की भी आईं थीं कि उसकी नेचुरल मौत नहीं हुई , बल्कि छोटा राजन के लोगों ने उसका पाकिस्तान में मर्डर कर दिया था। लेकिन मुंबई पुलिस की वेबसाइट पर वांटेड आरोपियों की जो सूची है , उनमें नूरा का नाम पिछले कई सालों की तरह अभी भी 27 नंबर पर लिखा हुआ है।

मुंबई पुलिस ने नूरा को हालांकि कई संगीन मामलों में आरोपी बनाया था , पर शायद बहुत कम लोगों को पता होगा कि नूरा ने बॉलीवुड की कई फिल्मों के गाने भी लिखे थे। सलमान और रवीना टंडन अभिनीत फिल्म ' पत्थर के फूल ' का चर्चित गीत कभी ' चर्नी रोड , कभी कार्टर रोड ' नूरा द्वारा ही लिखा गया था। हालांकि कई लोगों का यह भी कहना है कि उसमें गीत लिखने की समझ नहीं थी , पर चूंकि वह दाऊद का भाई था और चूंकि वह हिंदी फिल्मों का भी शौकीन था , इसलिए कई निर्माताओं ने बॉलिवुड के किन्हीं और गीतकारों के गानों में उसका नाम डलवा दिया।

मुंबई पुलिस की वेबसाइट की वांटेड सूची में 26 नंबर पर एक और डॉन फजलू का फोटो उसके नाम के सामने दर्ज है , जबकि उसे गिरफ्तार हुए चार साल हो चुके हें। फजलू को दिल्ली पुलिस ने 6 अगस्त , 2006 को नेपाल बॉडर से पकड़ा था। फजलू मूल रूप से हालांकि अंडरवर्ल्ड का आदमी है , लेकिन पिछले कुछ सालों से जिस इंडियन मुजाहिदीन ने पूरे देश में दहशत फैलाई थी , उसके संस्थापकों में से एक अमीर रजा के दोस्त आफताब अंसारी का फजलू दोस्त है। फजलू उस आरएन गैंग से भी जुड़ा रहा है , जिससे कभी जुड़ा था रियाज भटकल भी। खास बात यह है कि गिरफ्तारी के चार साल बाद भी मुंबई पुलिस की वांटेड सूची ( वेबसाइट पर ) में फजलू का नाम तो है , पर इंडियन मुजाहिदीन के जो सरगना रियाज और इकबाल भटकल पिछले दो साल से वांटेड हैं , उनका नाम और फोटो मुंबई पुलिस की वेबसाइट की वांटेड सूची में अभी तक फीड नहीं किया गया है।

मुंबई पुलिस की वेबसाइट की वांटेड सूची में 17 नंबर पर मोहम्मद दोसा का नाम और फोटो लगा हुआ है , पर हकीकत यह है कि मोहम्मद दोसा भी कई साल पहले पकड़ा जा चुका है । इसी साल आर्थर रोड जेल में उसका एक और डॉन अबू सलेम के साथ काफी पंगा हुआ था। इसके बाद सलेम और दोसा दोनों का आर्थर रोड जेल से ट्रांसफर कर नवी मुंबई और ठाणे की जेलों में भेज दिया गया था।

मुंबई पुलिस अक्सर अपनी तुलना स्काटलैंड यार्ड पुलिस से करती है। 26/11 के बाद उसकी वेबसाइट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देखा जा रहा है , लेकिन इस वेबसाइट को लेकर बरती गई मुंबई पुलिस की लापरवाही ने निश्चित ही उसकी स्थिति को कम से कम इस मामले में बेहद हास्यास्पद बना दिया है।

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