Thursday, December 16, 2010

ज़ैद हामिद नामक यह विदूषक

कुछ दिनों पहले, मध्यप्रदेश को “अंधेरे में धकेलने वाले इंजीनियर पूर्व मुख्यमंत्री” श्री दिग्विजय सिंह के “श्रीमुख” से कुछ शब्द उचरे, जिसमें उन्होंने कहा कि शहीद हेमन्त करकरे को हिन्दू संगठनों की तरफ़ से जान का खतरा था, और यह बात खुद हेमन्त करकरे ने उन्हें मृत्यु से दो घण्टे पहले फ़ोन करके बताई थी…। अब आप सोच लीजिये कि दिग्विजय सिंह का दर्जा कितना महान है… यानी अपनी जान पर खतरे और धमकियों के बारे में, पुलिस का एक उच्च अधिकारी इस बात को, न तो अपने विभाग के अधिकारियों, न ही महाराष्ट्र के गृहमंत्री, न ही देश के गृहमंत्री और न ही प्रधानमंत्री को बताता है… वरन तड़ से सीधे दिग्विजय सिंह को फ़ोन लगाता है। इस हिसाब से तो दिग्विजय सिंह साहब, श्रीमती कविता करकरे से भी ज्यादा महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि सामान्यतः इस प्रकार की बातें व्यक्ति सबसे पहले अपनी पत्नी से शेयर करता है…

अब एक वीडियो देखिये जिसमें एक जोकरनुमा मसखरा जिसका नाम ज़ैद हामिद है, वह कल्पना की कैसी ऊँची उड़ाने भर रहा है… इस वीडियो मे ज़ैद हामिद नामक यह विदूषक (जिसे पाकिस्तान के चैनल “विचारक” बताते हैं…) फ़रमाता है कि – अज़मल कसाब एक काल्पनिक नाम है, और जिस व्यक्ति को मुम्बई पुलिस ने 26/11 को गिरफ़्तार किया है उसका नाम “अमर सिंह” है और जो आतंकवादी मारा गया है उसका नाम हीरालाल है… यानी कि 26/11 का हमला हिन्दू संगठनों की मिलीभगत से हुआ है… इस वीडियो में यह जोकर यह भी कहता है कि इसे यह सूचना “भारत के खुफ़िया विभाग और पाकिस्तान से सहानुभूति रखने वाले लोगों से हासिल हुई है…” (यह काफ़ी पहले स्पष्ट हो चुका है कि पाकिस्तान के थिंक टैंक के “करीबी लोग” भारत में कौन-कौन हैं…)।

1 comment:

  1. .

    एक जिज्ञासु :
    क्या अमर सिंह जी दिग्विजय सिंह जी के छोटे भाई हैं?
    यह 'सिंह परिवार' किस देश में निवास करता है?
    बहुत पहले सुना था कि अमर सिंह जी मुलायम सिंह जी के भाई हैं.

    एक उपाय पहचानने के लिये :
    उसका अन्तःवस्त्र उतारकर देखा जाये कि वह असली है या नकली ......... काहे की हुज्जत......
    हो जाएगा दूध का दूध पानी का पानी. .........
    आज फैसला हो जाएगा ........ हम नहीं या तुम नहीं. ...........

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