वैज्ञानिकों का दावा है कि प्रतिदिन सिर्फ दो पैग वाइन भी मधुमेह रोगियों के लिए ठीक नहीं है। इससे उनकी आँखो की रोशनी जा सकती है। पहले के शोध में कहा गया था कि रेड वाइन कई मधुमेह रोगियों के लिए बेहतर हो सकती है, क्योंकि इससे दिल की बीमारियों से राहत मिलती है। मधुमेह के रोगियों में दिल की बीमारी आम बात है।
डेली एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, उट्रेश्ट विश्वविद्यालय ने अपने शोध में दावा किया है कि मधुमेह रोगियों में शराब पीने और आँखों की रोशनी कम होने में सीधा संबंध है।
इस शोध के लिए वैज्ञानिकों ने टाइप-दो मधुमेह के 1,239 मरीजों का अध्ययन किया। पाँच साल लंबे इस शोध में पता चला कि 182 लोगों की मधुमेह के कारण देखने की समस्या पैदा हुई जबकि 700 मरीजों की शराब पीने के कारण आँखों की रोशनी कम हुई। इसमें भी उनकी आँखों पर ज्यादा असर हुआ जिन्होंने ज्यादा शराब का सेवन किया।
‘डायबेटिक मेडिसिन जर्नल’ में प्रकाशित तथ्यों के अनुसार उन लोगों में आँखों की परेशानी 50 प्रतिशत बढ़ी जिन्होंने सप्ताह में 14 ड्रिंक पीए। जिन्होंने शराब नहीं पी उनकी आँखों में खराबी बहुत ही कम हुई।
डायबिटिज ब्रिटेन की मुख्य शोधकर्ता विक्टोरिया किंग ने कहा कि शोध में इस बात की पुष्टि हुई है कि शराब टाइप-दो मधुमेह के रोगियों में आँखों की परेशानियों को बढ़ा रही है। (भाषा
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