Thursday, August 12, 2010

‘राजीव गांधी ने एंडरसन को छोड़ने नहीं कहा’

नयी दिल्ली : भोपाल गैस त्रासदी मामले में यूनियन कार्बाइड के तत्कालीन प्रमुख वारेन एंडरसन को देश से सुरक्षित निकालने के मुद्दे पर चल रहे विवाद में लंबे समय के बाद अपनी चुप्पी तोड़ते हुए राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह ने ठीकरा गृह मंत्रालय पर फ़ोड़ते हुए आज कहा कि इस मामले में राजीव गांधी की कोई भूमिका नहीं थी.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिंह ने राज्यसभा में भोपाल गैस त्रासदी मुद्दे पर हुई चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि एंडरसन को छोड़ने के लिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय से कई बार फ़ोन आये थे और इस बारे में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने एंडरसन के समर्थन में एक भी शब्द नहीं कहा था.

उल्लेखनीय है कि उस समय पीवी नरसिंह राव गृह मंत्री थे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की आगामी यात्रा के दौरान एंडरसन के प्रत्यर्पण और मुआवजे के लिए जोर देना चाहिए. त्रासदी के लिए एंडरसन सीधे तौर पर जिम्मेदार है.

उन्होंने कहा कि सरकार को उसके प्रत्यर्पण के लिए पूरे प्रयास करना चाहिए तथा हादसे के लिए पर्याप्त एवं पूर्ण मुआवजा मांगा जाना चाहिए. घटना के बारे में अपना पक्ष रखते हुए सिंह ने कहा कि उन्हें यह बात बेतुकी लगी कि एंडरसन सरकारी विमान से भोपाल से रवाना हुआ, लेकिन उन्होंने इस मामले में अधिक ब्यौरा नहीं देते हुए कहा कि वह इस बारे में विस्तार से नहीं कहना चाहते क्योंकि इससे पीड़ा और कटुता बढ़ेगी.

सिंह ने कहा कि भोपाल की धरती पर कदम रखते ही एंडरसन को गिरफ्तार करने का निर्णय उन्होंने ही किया था. वह चाहते थे कि इस मामले में एंडरसन की गिरफ्तारी हो जाए ताकि उसे उसके खिलाफ़ मुकदमा चलाने के लिए जरूरत पड़ने पर उसे बुलाया जा सके.

अर्जुन सिंह ने तीन दिसंबर 1984 को गैस लीक होने की त्रासदी का क्रमवार ब्यौरा देते हुए कहा कि जब एंडरसन को गिरफ्तार किया गया तो राजीव गांधी होशंगाबाद में थे. राजीव ने उस दिन या अगले दो दिनों तक श्री एंडरसन के समर्थन या उनकी समस्याओं को दूर करने के बारे में एक भी शब्द नहीं कहा.

सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री के उपर किसी भी मंशा का आरोप लगाना ऐसे लोगों की दिमाग की उपज है जो उन जैसे कद्दावार व्यक्ति में कुछ भी सकारात्मक नहीं देखते. उन्होंने कहा कि दिल्ली से गृह मंत्रालय से लगातार एंडरसन को जमानत देने के लिए फ़ोन आ रहे थे. मैंने प्रदेश के मुख्य सचिव से कहा कि वह जो चाहें निर्णय कर सकते हैं, लेकिन गिरफ्तारी को समुचित रूप से दस्तावेजों में दर्ज कर लिया जाना चाहिए ताकि जरूरत पड़ने पर हम उसे (एंडरसन) को बुला सकें.

अर्जुन सिंह ने कहा कि त्रासदी के लिए एंडरसन सीधे तौर पर जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि सरकार को उसके प्रत्यर्पण के लिए पूरे प्रयास करना चाहिए तथा हादसे के लिए पर्याप्त एवं पूर्ण मुआवजा मांगा जाना चाहिए. अर्जुन सिंह ने कहा कि भोपाल हादसे के बाद चार दिसंबर को तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी भोपाल आये थे. उन्होंने प्रधानमंत्री को इस्तीफ़े की पेशकश की थी लेकिन राजीव गांधी ने उन्हें ऐसा करने से मना कर दिया. राजीव गांधी ने उनसे कहा कि इसके लिए कोई भी मुख्यमंत्री पर आरोप नहीं लगा रहा है.

सिंह ने कहा कि त्रासदी के बाद मैंने अपने ही खिलाफ़ एनके सिंह आयोग का गठन किया था. उन्होंने कहा कि हादसे की रात उन्होंने विषाक्त गैस को महसूस किया था और कुछ लोगों ने उन्हें भोपाल छोड़कर जाने की सलाह दी थी, लेकिन वह मुख्यमंत्री होने के कारण भोपाल से बाहर नहीं गये.

date12aus2012

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