Thursday, August 12, 2010

अर्जुन का दावा सच से परे : शिवराज सिंह

भोपाल : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के इस दावे को सच से परे बताया कि तत्कालीन यूनियन कारबाइड अध्यक्ष वारेन एण्डरसन को दिल्ली छोडने के लिए राजकीय विमान उनकी जानकारी के बिना गया था.



सिंह द्वारा कल राज्यसभा में भोपाल गैस त्रासदी पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने आज यहां अपने सरकारी निवास पर संवाददाताओं से कहा, मुख्यमंत्री की सहमति के बिना राजकीय विमान कहीं जा ही नहीं सकता.. सिंह जो उस समय मुख्यमंत्री थे का इस बारे में किया गया दावा सच नहीं है.



उन्होंने कहा कि वह स्वयं तब की लॉग बुक देख चुके हैं, जिसमें सात दिसंबर 1984 को 1515 बजे दर्ज किया गया है.. स्पेशल फ्लाइट आर्डरड बाय चीफ़ मिनिस्टर. इस संदर्भ में सिंह का राज्यसभा में दिया गया बयान संदेह पैदा करता है, जिसमें उन्होंने कहा है कि राजकीय विमान उनकी जानकारी के बिना एण्डरसन को लेकर दिल्ली गया था.



उनसे बार-बार यह पूछने पर कि क्या अर्जुन सिंह झूठ बोल रहे हैं, चौहान ने कहा- वह सच नहीं बोल रहे हैं. इस बारे में तथ्यों को छिपाया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अर्जुन सिंह ने इस विषय पर बहुत दिनों बाद चुप्पी तोडी और उन्हें चौहान भरोसा था कि सच उजागर होगा, लेकिन अफ़सोस ऐसा नहीं हुआ है. सवाल यह भी है कि सिंह इतनी देर से क्यों बोले.. सच तो एक क्षण में बाहर आता है.



इतने समय तक क्या यह तय किया जा रहा था कि क्या बोलना है.. किसे फ़ंसाना है और किसे बचाना है.मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंह का यह दावा भी गले उतरने वाला नहीं है कि गिरफ्तारी के बाद एण्डरसन को रिहा करने के लिए केन्द्रीय गृह विभाग का दबाव था. वह उस समय केवल मध्यप्रदेश के ही मुख्यमंत्री नहीं थे, बल्कि कांग्रेस के एक वरिष्ठ और बेहद कूटनीतिज्ञ नेता थे.



उन पर यदि एण्डरसन की रिहाई के लिए गृह मंत्रालय का दबाव था, तो वह प्रधानमंत्री अथवा गृह मंत्री से बात कर सकते थे. चौहान ने कहा कि सिंह का यह कहना भी आश्चर्यजनक है कि चुनावी दौरे पर आए तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी को प्रदेश के हरदा में जब उन्होने एण्डरसन की गिरफ्तारी एवं समूचे घटनाक्रम की जानकारी दी, तो उन्होंने कहा- चलिए, अगली सभा में चलते हैं.



उन्होंने कहा कि स्व. राजीव गांधी एक ऐसी घटना पर इस तरह संवेदन शून्य नहीं हो सकते, जिसमें पन्द्रह हजार लोगों की जान चली गई और लाखों लोग प्रभावित थे. चौहान ने कहा कि जब सिंह को एण्डरसन की गिरफ्तारी पर गर्व है, तो उसकी रिहाई पर शर्म भी आना चाहिए. यह उनका व्यक्तिगत मामला नहीं है, सवाल हजारों के मारे जाने और पांच लाख से अधिक लोगों के प्रभावित होने का है.

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