कोच्चि, 13 जनवरी 2011। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित संगठन 'स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया' (सिमी) के 30 कार्यकर्ताओं के खिलाफ गुरुवार को आरोप पत्र दाखिल किए। इन कार्यकर्ताओं पर दिसम्बर 2007 में केरल के वॉगमान में एक शिविर में हथियार चलाने का प्रशिक्षण लेने का आरोप है।
कोच्चि में जांच एजेंसी की टीम ने गुरुवार को एनआईए की विशेष अदालत में आरोप पत्र दाखिल किए। सिमी के 30 कार्यकर्ताओं पर राजद्रोह, आतंकी साजिश रचने और देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने का आरोप है।
कोट्टायम से 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित वागामॉन उस समय चर्चा में आया था जब वहां वर्ष 2007 में सिमी के कार्यकर्ताओं के एक समूह द्वारा शिविर लगाने बात का पता चला था।
वर्ष 2008 में केरल पुलिस ने इस संदर्भ में एक मामला दर्ज किया था और इसकी गम्भीरता को देखते हुए अगले साल एनआईए ने इसे अपने हाथ में ले लिया था। जांच एजेंसी के मुताबिक शिविर में हथियार चलाने और बम बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा था।
छानबीन में यह भी सामने आया कि इस शिविर में देश के अन्य हिस्सों में आतंकी हमलों को अंजाम देने की साजिश रची जा रही थीं। ऐसी भी रपटे सामने आईं कि इस शिविर के लिए धन पाकिस्तान से आया था।
एनआईए ने कहा है कि शिविर में 30 से ज्यादा प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इनमें चार लोग केरल के थे जबकि कर्नाटक और गुजरात से नौ-नौ लोग थे। इसके अलावा मध्य प्रदेश के सात लोग थे और एक महाराष्ट्र का रहने वाला था। के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल
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