Tuesday, January 18, 2011

विश्व प्रसिद्ध खजुराहो नृत्य समारोह 1 से 7 फरवरी 2011 तक होगा


विश्व प्रसिद्ध खजुराहो नृत्य समारोह 1 से 7 फरवरी 2011 तक होगा
भोपाल 18 जनवरी 2011। संस्कृति विभाग, मध्यप्रदेष शासन द्वारा विगत तीन दषकों से खजुराहो (जिला छतरपुर, मध्यप्रदेष) में आयोजित किया जाने वाला शास्त्रीय नृत्यों का विष्व प्रसिद्ध समारोह इस वर्ष दिनाँक 1 से 7 फरवरी, 2011 तक आयोजित किया जा रहा है। संस्कृति विभाग के लिए इस विषिष्ट समारोह का समन्वय उस्ताद अलाउद्दीन ख़ाँ संगीत एवं कला अकादमी द्वारा किया जाता है। पूर्व वर्षों के अनुसार इस वर्ष भी इस समारोह में भारतीय शास्त्रीय नृत्य परम्परा के बहु-आयामों को समावेषित करते हुए इस समारोह में देष की लगभग सभी प्रमुख नृत्य विधाओं की भागीदारी हो रही है। प्रतिदिन शाम 7 बजे से आयोजित इस नृत्य समारोह में भारत के अत्यंत ख्यातिप्राप्त कलाकार अपनी प्रस्तुतियाँ देंगें।
समारोह का शुभारम्भ 1 फरवरी 2011 को शाम 7 बजे खजुराहो के मन्दिर परिसर में सम्पन्न होगा। समारोह की पहली सभा में मुम्बई की सुविख्यात नृत्यांगना एवं फिल्म अभिनेत्री सुश्री हेमामालिनी ओडिसी नृत्य प्रस्तुत करेंगी। उनकी कलात्मक अभिव्यक्ति में उनका सहयोग उनकी सुपुत्रियां सुश्री ईषा देओल तथा सुश्री आहना देओल देंगीं।
2 फरवरी 2011 को कथक, भरतनाट्यम तथा मोहिनीअट्टम नृत्यों की तीन प्रस्तुतियां होंगीं। कार्यक्रम के प्रारम्भ में श्री अभिमन्यु लाल तथा विधा लाल कथक नृत्य प्रस्तुत करेंगे। आपने देष-विदेष में कथक नृत्य की अनेक प्रस्तुतियां दी हैं। सुश्री रमा वैद्यनाथन भरतनाट्यम प्रस्तुत करेंगीं। आप इस विधा की श्रेष्ठ व्याख्याकार एवं अदाकारा हैं। कार्यक्रम के अन्त में डॉ. सुश्री कनक रेले मोहिनीअट्टम की प्रस्तुति देंगीं। डॉ. रेले इस विधा की वर्तमान में पर्याय मानी जाती हैं। उन्होंने इस विधा को नई उंचाईयां प्रदान की हैं।3 फरवरी 2011 को भी नृत्य समारोह में शास्त्रीय नृत्य की तीन विधाओं की प्रस्तुति होगी। प्रथम प्रस्तुति के रूप में भुवनेष्वर की सुश्री लीना नन्दा ओडिसी नृत्य प्रस्तुत करेंगीं। सुश्री लीना महान गुरू स्व. केलुचरण महापात्र एव सुश्री कुमकुम मोहन्ती की षिष्या हैं। दूसरी प्रस्तुति कथक नृत्य की होगी। इसमें नृत्य जोडी यास्मीन सिंह एवं डॉ. आरती सिंह कथक प्रस्तुत करेंगीं। आपने कथक की षिक्षा पंडित बिरजू महाराज, पंडित रामलाल तथा पंडित अर्जून मिश्रा से प्राप्त की है। यास्मीन सिंह डॉ. आरती सिंह का साथ देंगीं। तीसरी प्रस्तुति सुश्री ज्योत्स्ना जगन्नाथन की होगी। आपने भरतनाट्यम की परम्परा से ओत-प्रोत विषुध्द नृत्य षैली विकसित की है।
4 फरवरी 2011 को समारोह के चौथे दिन तीन नृत्य प्रस्तुतियाँ होंगी। प्रथम प्रस्तुति में बंेगलुरू की सुश्री पद्मजा सुरेष भरतनाट्यम प्रस्तुत करेंगीं। आप भरतनाट्यम की प्रसिद्ध साधक एवं प्रषिक्षक प्रसिद्ध कलाकारों के परिवार- चाक्यार कूथू , के.के. राजन एवं कला मण्डलम वेंगीचेन से सम्बंध रखती हैं। सुश्री यामिनी रेड्डी कुचिपुडी एकल नृत्य प्रस्तुत करेंगंी। ? यामिनी एवं नृत्य एक-दूसरे के पर्याय हैं ? , यह विचार भारत-रत्न सुप्रसिद्ध पण्डित रविषंकर ने उनका नृत्य प्रदर्षन देखने के पश्चात् दिसम्बर, 2002 में व्यक्त किये थे। कार्यक्रम की तीसरी प्रस्तुति सुश्री मालती ष्याम की होगी। आप कथक समूह नृत्य प्रस्तुत करेंगी। पद्मविभषण पण्डित बिरजू महाराज एवं श्रीमती रेबा विद्यार्थी द्वारा तालीम प्राप्त सुश्री मालती श्याम की गणना लखनऊ घराने के अग्रिम पंक्ति के कलाकारों में की जाती है।
5 फरवरी 2011 को नृत्य समारोह का प्रारम्भ नई दिल्ली की युवा प्रतिभाषाली नृत्यांगना सुश्री धारिणी माथुर के भरतनाट्यम से होगी। आपने देष-विदेष में नृत्य की अनेक प्रस्तुतियां दी हैं। कार्यक्रम की दूसरी प्रस्तुति सुश्री षालू जिन्दल की होगी। आप कुचिपुडी नृत्य प्रस्तुत करेंगी। सुश्री जिन्दल पद्म भूषण राधा राजा रेड्डी की षिष्या हैं। वे अपनी विधा में अत्यंत दक्ष हैं। सुश्री महुआ षंकर कार्यक्रम के अन्त में कथक प्रस्तुत करेंगीं। आपको राष्ट्रपति भवन में डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के समक्ष नृत्य कला का प्रदर्षन करने का गौरव प्राप्त हुआ। पण्डित बिरजू महाराज के साथ अनेकानेक अवसरों पर आपने नृत्य प्रस्तुतियाँ भी दी हैं।
6 फरवरी 2011 को सभा की पहली प्रस्तुति श्री जयन्त कस्तुआर के कथक नृत्य की होगी। जयपुर घराने के प्रख्यात कथक गुरू दुर्गालाल के षिष्य जयन्त कस्तुआर ने कथक केन्द्र निदेषक के रूप में सेवायें दी हैं। दूसरी प्रस्तुति में सुश्री मेदिनी होम्बल तथा माला होम्बल द्वारा भरतनाट्यम् नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा। आप विख्यात गुरू स्व. ष्षंकर होम्बल की षिष्या हैं। सभा के अंत में कलामण्डलम कुट्टन आसन एवं उनके सहयोगी कलाकारों द्वारा कथकली समूह नृत्य प्रस्तुत किया जावेगा। केरल कलामण्डलम के प्रमुख नृत्य कलाकार के रूप में व्यापक स्तर पर प्रस्तुतियाँ आपकी बड़ी उपलब्धियाँ रही हैं।
7 फरवरी 2011 को समारोह में तीन नृत्य विधाओं की प्रस्तुति होगी। प्रथम प्रस्तुति गुडगांव, हरियाना के श्री हरीष गंगानी की होगी जो कथक नृत्य प्रस्तुत करेंगे। खजुराहो नृत्य समारोह का समापन श्री पवित्र भट्ट के भरतनाट्यम् नृत्य से होगा। सूक्ष्मता एवं शालीनता आपकी नृत्य शैली की विषेषताएँ हैं।
खजुराहो नृत्य समारोह के टिकिट निम्नानुसार दरों में निर्धारित स्थलों पर उपलब्ध रहेंगे:-
सीजन टिकिट रुपये 600/-(सात दिनों हेतु), दैनिक टिकिट रुपये 100/-, 50/- तथा 20/- राशि के मध्यप्रदेष पर्यटन विकास निगम, रूम नं0 12, होटल जनपथ, भूतल, 82-84, नई दिल्ली (दूरभाष 011-23366528, 32599000) तथा खजुराहो में कलेक्टर कार्यालय, छतरपुर, मध्यप्रदेष (दूरभाष 07682-241500)। तथा खजुराहो में 1 फरवरी से 7 फरवरी तक दोपहर 2ः00 बजे से समारोह स्थल के मुख्य द्वारा पर टिकिट विक्रय केन्द्र में उपलब्ध रहेंगे। इसके साथ ही उपरोक्त सभी श्रेणी के टिकिट कार्यालय, उस्ताद अलाउद्दीन ख़ाँ संगीत एवं कला अकादमी, भोपाल (दूरभाष 0755-2767638/2553782) से प्राप्त किये जा सकते हैं।
समारोह से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिये निदेषक, उस्ताद अलाउद्दीन ख़ाँ संगीत एवं कला अकादमी, रवीन्द्रनाथ ठाकुर मार्ग, भोपाल-462003 (दूरभाष-0755-2553782, 2767638) से कार्यालय में सम्पर्क किया जा सकता है।


Date: 18-01-2011 Time: 18:53:53

No comments:

Post a Comment