Tuesday, January 18, 2011
नृत्य ने मोहा मन, मानव संग्रहालय में चल रहे तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत शनिवार को नृत्यों की प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया।
नृत्य ने मोहा मन, मानव संग्रहालय में चल रहे तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत शनिवार को नृत्यों की प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया। संग्रहालय के वीथि संकुल भवन के अंतरंग सभागार में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत मप्र की गोंड जनजाति के नृत्य ‘करमा’ से हुई जिसमें शहनाई, मांदर, टिमकी, गुदूम, चटकोला ने प्रभावित किया। उड़ीसा से आए अभिन्न संदर गोटिपुआ नृत्य परिषद के कलाकारों ने गणेश वंदना, दशावतार और बंध नृत्य की प्रस्तुति दी। आंध्रप्रदेश के विजयनगरम जिले से आए कलाकारों ने पारंपरिक समूह नृत्य की प्रस्तुति से समां बांध दिया। इसमें एक व्यक्ति कमर में नगाड़ा बांधकर बजाता है, दूसरा शहनाई बजाता है और बाकी कलाकार तेजी से नृत्य करते हैं। उत्तराखंड के कलाकारों ने झुमेलो नृत्य, पंजाब ने गिद्दा, जिंदुआ और भांगड़ा की प्रस्तुति दी। पश्चिम बंगाल के कलाकारों ने घोड़ासुर और तारासुर वध नृत्य की प्रस्तुति दी।
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