Wednesday, January 19, 2011

बांदा रेप केस: 'लड़की खून से लथपथ थी'


बांदा रेप केस: 'लड़की खून से लथपथ थी'बांदा। उत्तर प्रदेश के बांदा रेप केस के खुलासे के साथ ही मानो आततायी विधायक की कुत्सित हरकतों का भंडार ही खुल गया है। पीड़िता ने आरोप लगाए थे कि एक महीने जेल में बंद रहने के दैरान पुलिस ने कई बार उसकी पिटाई की और अमानवीय यातनाएं दीं। अब बांदा जेल की वार्डन ने भी विधायक पर आरोप लगाए हैं कि उसे बसपा विधायक के खिलाफ मुंह न खोलने की धमकी दी गई थी।

शहनाज ने मीडिया से कहा, "बलात्कार मामले की जांच कर रही सीबी-सीआईडी टीम को मैंने वही बताया जो सच था। मैंने उन्हें बताया कि जब जेल में लड़की को मुझे सौंपा गया तो वह खून से लथपथ थी और चोटों के कारण वह अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो पा रही थी।" शहनाज ने कहा, "वरिष्ठ अधिकारी कह रहे हैं कि मुझे जेल की ड्यूटी से हटा दिया जाएगा। अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं आत्मदाह कर लूंगी।"

जेल की वार्डन शहनाज ने आरोप लगाया है कि सच बोलने पर जेल और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उसे धमका रहे हैं। बसपा विधायक पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी के घर चोरी के आरोप में बलात्कार पीड़िता को इसी जेल में बंद किया गया था। राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक वी.के. गुप्ता ने बताया कि कारागार वार्डन शहनाज बेगम के आरोप की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जांच की जिम्मेदारी कारागार महानिरीक्षक (आईजी) योगेश शुक्ल को सौंपी गई है।

इधर पीड़ित लड़की ने बांदा के पुलिस अधीक्षक अनिल दास समेत अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। लड़की के मुताबिक, पुलिस अधीक्षक ने जेल में उससे मिलकर बयान से मुकरने के लिए दबाव डाला था। इसके अलावा लड़की की मांग है कि उसे राज्य सरकार सुरक्षित ठिकाने के अलावा पांच लाख रुपये मुआवजा भी प्रदान करे। बांदा जनपद की अदालत में पीड़ित लड़की की उम्र के मामले पर सुनवाई सोमवार को भी नहीं हो सकी। इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा सभी दस्तावेज तलब कर लिए जाने के कारण स्थानीय अदालत ने इस मामले पर सुनवाई अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी।

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