Monday, January 31, 2011

” न्यू मीडिया : चुनौतियाँ और संभावनाएं ” का लोकार्पण

इंडिया पॉलिसी फाउनडेशन द्वारा प्रकाशित पुस्तिका ” न्यू मीडिया : चुनौतियाँ और संभावनाएं ” का लोकार्पण 29 जनवरी को श्री अच्युतानंदन मिश्र के द्वारा मालवीय स्मृति भवन के सभागार में संपन्न हुआ | इस पुस्तक में न्यू मीडिया के इतिहास , समस्याएं , संभावनाएं , चुनौतियां समेत विभिन्न पक्षों पर प्रकाश डाला गया है जिनकी चर्चा आई पी एफ द्वारा आयोजित दो ब्रेन स्टोर्मिंग सेशन में की गयी थी | वरिष्ठ पत्रकार रामबहादुर राय और उदय सिन्हा के न्यू मीडिया पर विचार पुस्तिका का खास आकर्षण है | पुस्तिका की भूमिका न्यू मीडिया के हस्ताक्षर बालेन्दु दाधीच ने लिखी है |
लोकार्पण से पहले चर्चा करते हुए आई पी एफ के मानद निदेशक प्रो. राकेश सिन्हा ने कहा कि न्यू मीडिया में साम्यवाद है | प्रत्येक व्यक्ति को सूचना प्राप्त करने और सूचना देने का समान अवसर प्राप्त है | उन्होंने कहा कि न्यू मीडिया के ऊपर दो ब्रेन स्टोर्मिंग सेशन और उस पर आधारित इस दस्तावेज को पुस्तकाकार रूप देने का उद्देश्य इसके लिए सैद्धांतिक जमीन तैयार करना है ताकि यह लोकतान्त्रिक परिवेश में अपनी महत्वपूर्ण और रचनात्मक भूमिका अदा कर सके |
इस अवसर पर द सन्डे इन्डियन के कार्यकारी संपादक ओम्कारेश्वर पाण्डेय ने कहा कि न्यू मीडिया ने पूंजीपति वर्ग और बाजार केन्द्रित मीडिया घरानों के एकाधिकार को ध्वस्त कर दिया है | अब जानकारी , समाचार या विचार को दबाना असंभव हो गया है | वर्तमान ट्रेंड को देखते हुए उन्होंने मीडिया पोर्टलों को विषय केन्द्रित होने का सुझाव दिया |
मुख्य वक्ता बालेन्दु शर्मा दाधीच ने न्यू मीडिया की उपलब्धियों का संछिप्त परिचय देते हुए भविष्य में झाँकने की कोशिश की | उन्होंने न्यू मीडिया की सबसे बड़ी चुनौतियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि एक दशक के लम्बे समय में भी अब तक न्यू मीडिया अपने लिए कोई आर्थिक मॉडल विकसित नहीं कर पाया है |
माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति अच्युतानंदन मिश्र ने आधुनिक भारतीय इतिहास के विभिन्न चरणों मीडिया की भूमिका का तुलनात्मक विश्लेषण सभी के सामने रखा | उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान पत्रकारिता में नैतिकता और मूल्यों के नये मानदंड स्थापित किये गये थे जिनकी कमी वर्तमान में महसूस होती है |उन्होंने श्रोताओं से कहा कि न्यू मीडिया को भी उन्हीं ताकतों द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है जो दुनिया की अर्थव्यवस्था और राजनीति को नियंत्रित करते हैं |
आईपीएफ के कोषाध्यक्ष गोपाल अग्रवाल ने कार्यक्रम के सहभागियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि समाज और देश की राजनीति को बदलने में न्यू मीडिया सक्रिय पहल क़र रहा है |
कार्यक्रम में राजकरण सिंह ,राजकुमार शर्मा , जगदीश मित्तल ,श्याम जाजू , मनमोहन शर्मा ,नुसरत जफ़र , विजय कुमार ,श्रीरंग कुलकर्णी , उमेश चतुर्वेदी , राजीव रंजन राय ,हितेंद्र गुप्त ,संजय तिवारी ,जय कुमार झा , सैयद असदर अली , दीनबंधु सिंह , अमिताभ भूषण , प्रियंका भारद्वाज , शैलेन्द्र सिंह नेगी , रोहित वत्स ,कनिष्क कश्यप , विपुल त्यागी , नितिन शर्मा , दीपाली पाण्डेय , सृष्टि शर्मा ,हुदा जाकिर समेत दर्जनों पत्रकार मौजूद थे |
पुस्तिका का नाम – ” न्यू मीडिया : चुनौतियां और संभावनाएं “
संपादक मंडल
सतीश पेडणेकर ( वरिष्ठ पत्रकार ,जनसत्ता )
जयराम विप्लव ( संपादक , जनोक्ति.कॉम )
विशाल तिवारी ( सह-संपादक , न्यूज टॉक )

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