Thursday, October 21, 2010

दिखाई नहीं दे रहा है जिसका ऑपरेशन किया गया था।

प्रशासन ने आंख की रोशनी की कीमत 30 हजार रुपये लगाई
मण्डला, 21 अक्टूबर। मध्य प्रदेश में मण्डला जिले के प्रशासन ने आंख की रोशनी की कीमत 30 हजार रुपये लगाई है। जिला प्रशासन ने एक अस्पताल में ऑपरेशन कराकर अपनी आंखों की रोशनी गंवाने वाले यहां के 30 लोगों को हर्जाने के नाम पर 30 हजार रुपये की रकम देने आदेश दिया है।
राज्य के जनजातीय बहुल जिले मण्डला में योगीराज हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर अस्पताल ने 10 सितम्बर से 16 सितम्बर के बीच 113 लोगों की आंखों के नि:शुल्क ऑपरेशन किए। इनमें से 30 ऐसे लोग सामने आए हैं, जिन्हें उस आंख से कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है जिसका ऑपरेशन किया गया था।
मिली जानकारी के अनुसार जिन लोगों की रोशनी गई है, वे पहले से ही लाचार थे। उनकी जिंदगी दूसरों के सहारे पर चल रही थी। उन्होंने अपनी शेष बची जिंदगी को खुशहाल बनाने के लिए ही आंख का ऑपरेशन कराया था। अब उनकी जिंदगी पहले से कहीं ज्यादा कष्टदायी हो गई है। पहले तो ऑपरेशन वाली आंख से कुछ दिखाई भी देता था लेकिन अब तो वह मुसीबत का सबब बन गई है।
मंडला कलेक्टर के. के. खरे ने अस्पताल के प्रबंधन को निर्देश दिए हैं कि वह ऑपरेशन के बाद रोशनी गंवाने वालों को 30 हजार रुपये की तात्कालिक मदद दे और 500 रुपये की आजीवन मासिक सहायता भी दे। खरे ने बताया है कि आंख की रोशनी जाने की कोई कीमत नहीं है। यह तो तात्कालिक मदद हैं।
मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डा आर.के. श्रीवास्तव ने बताया कि 10 से 16 सितम्बर के बीच योगीराज हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर अस्पताल में ऑपरेशन कराने वाले 113 लोगों में से 30 पीड़ितों ने दिखाई न देने की शिकायत की है। इस मामले की जांच कराई जा रही है कि आखिर कितने और ऐसे लोग है जिनकी रोशनी गई है। जांच के बाद ही खुलासा हो सकेगा कि रोशनी जाने की वजह क्या है।

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