भोपाल। कांग्रेस ने खजुराहो में होने वाली इन्वेस्टर्स समिट पर सवाल उठाए हैं। पार्टी का आरोप है कि पहले की तरह यह समिट भी सरकारी प्रचार का माध्यम बनकर रह गई है और प्रदेश के राजस्व कोष से करोड़ों रूपए की बर्बादी होने के सिवाए इसका कोई सुखद परिणाम नहीं निकलने वाला।
कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने बुधवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को यह बताना चाहिए कि अब तक जितने एमओयू किए गए, उनकी धरातल पर क्या स्थिति है?
पार्टी का कहना है कि अभी तक राज्य सरकार पाँच समिट कर चुकी है और इनमें 4 लाख 60 हजार करोड़ रूपए के 321 करार किए गए। मगर धरातल पर अनुभव ठीक नहीं रहा है। लिहाजा सरकार को चाहिए कि वह इस पर एक श्वेत पत्र जारी करे। कांग्रेस प्रवक्ता के मुताबिक मप्र में अधोसंरचना की कमी है, उद्योगों के लिए सुरक्षा का भी अभाव है। जिससे उद्योगपति एमओयू करके पीछे हट जाते हैं।
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