Friday, January 7, 2011

राजधानी दिल्ली बनीं 'रेप सिटी'


अपराध रूपी नाग ने पूरी दिल्ली को डसने का मन बना लिया है। ये वो अजगर है जो राजधानी दिल्ली को साबूत निगलने की फिराक में हैं। ये ह मारा नहीं बल्कि उनका कहना है जो अपने आप को कानून का मुलाजिम और दिल्ली का रखवाला कहते हैं। दिल्ली पुलिस के आयुक्त बी. के. गुप्ता ने गुरुवार को कहा कि शहर की बढ़ी हुई आबादी की तुलना में यदि देखा जाए तो अपराध दर में कमी आई है, लेकिन पिछले वर्ष के मुकाबले 2010 में बलात्कार और छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ी हैं।
Delhi

गुप्ता ने दिल्ली पुलिस के सालाना संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा, '2010 में अपराध दर में कमी आई है, क्योंकि प्रति लाख आबादी में 301.49 आपराधिक मामल दर्ज किए गए, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 306.37 था।' गुप्ता ने स्वीकार किया कि 2010 में बालात्कार की घटनाएं बढ़ीं। पिछले वर्ष बालात्कार के कुल 489 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 2009 में 459 मामले दर्ज हुए थे। उन्होंेने कहा कि राजधानी में छेड़छाड़ की घटनाएं 2010 में बढ़कर 585 तक पहुंच गईं, जबकि 2009 में 528 मामले दर्ज हुए थे।

पिछले साल राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं के साथ दुष्कृत्य की घटनाएं बढ़ने के बाद से उनकी सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पिछले साल पूर्वोत्तर की एक बीपीओकर्मी के साथ दुष्कृत्य के साथ इस तरह की अन्य घटनाएं भी सामने आई थीं। गुप्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसरों में महिलाओं को अधिक सुरक्षा मुहैया कराने के लिए मोरिस नगर थाने का नाम बदलकर नॉर्थ कैम्पस थाना किया जाएगा और दिल्ली विश्वविद्यालय के साउथ कैम्पस के लिए भी एक पुलिस थाना शुरू किया जाएगा। पुलिस आयुक्त ने कहा, "हमने बेहतर यातायात इंतजाम के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। साथ ही सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक और हेल्पलाइन जैसे अन्य माध्यमों के जरिए लोगों को भी इस प्रक्रिया में शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है।"

Delhi Date7-1-2011

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