Monday, January 10, 2011
सेक्स व सियासत
सेक्स व सियासत
पूर्णिया : कुछ की हवस और सत्ता की ताकत से सजी इलाकाई देह मंडी के मामले सामने न आए तो विधायक हत्याकांड की जांच की जरूरी कड़ी छूट ही जाएगी। छुपे चेहरे से सामने आई कुछ लड़कियों से बातचीत का नतीजा बहुत चौकाने वाला है। दरअसल पूर्णिया व सिलीगुड़ी से दिल्ली-पटना के राजनीतिक गलियारे में करीब 100 से ज्यादा लड़कियों के सपने बीते चार साल से लगातार हलाल होते रहे हैं। पूर्णिया का एक नेता इन लड़कियों का बराबर का ग्राहक रहा है।
प्रीती (बदला हुआ नाम) कहती है-मैं दो बार पटना भेजी गई। पहली बार एक विधायक फ्लैट पर और दूसरी बार एक होटल में ले जाया गया। दोनों ही जगह उसी आदमी के लिए- आई इन्टरटेण्ड द सेम मैन। आने-जाने के किराये व होटल खर्च के अलावा उसे हर बार 10,000 रुपए दिए गए। एक दूसरी लड़की विनीता पटना दो बार और दिल्ली एक बार ले जायी गई। उसी एक नेता के पास। दो बार की आवाजाही से वह खासी झुंझलाई।
ऐसी तमाम लड़कियों की कहानी अब बहुत उदास रंगों में हैं। लेकिन शोषण चक्र में फंसे होने वावजूद वे विधायक हत्याकांड की जांच का रास्ता तो साफ कर ही सकती हैं। क्विसलिंग में इन लड़कियों का इंटरव्यू छपा है। क्या इन लड़कियों तक जाने और राजनीति-पैसा और सेक्स के रैकेट को नंगा करने के लिए सीबीआई नवलेश पाठक से पूछताछ करेगी?
पूर्णिया में अर्से से एक सेक्स रैकेट कायम है और यहां से पटना व दिल्ली तक के राजनेताओं के लिए लड़कियां परोसी जा रही हैं। कौन रहा है उनका एजेंट यह भी जांच का विषय है। लेने-देन के इस मंडी से अभी कितनी, किन नेताओं के यहां बंधक हैं, यह भी सीबीआई जांच का एक बिन्दु हो सकता है।
तफ्तीश और सवाल
‘यस! वी इन्टरटेण्ड द पालीटिशियंस..।’ यह नवलेश के अंग्रेजी साप्ताहिक ‘क्विसलिंग’ में (गुरुवार,1 जुलाई का अंक) छपी वह हेडलाइन है, जो तमाम दबावों में जी रही, यौन शोषण की शिकार पूर्णिया व सिलीगुड़ी की कई लड़कियों/औरतों का कुबूलनामा है।
नवलेश फिलवक्त जेल में है। हो सकता है पुलिस की स्टोरी के मुताबिक नवलेश विधायक की हत्या की साजिश में शामिल रहा हो पर, पुलिस द्वारा हड़बड़ी में उसकी गिरफ्तारी, मामले के कई साक्ष्यों और वारदात के पीछे की कड़ियों व कारणों को दफनाने की यह कोशिश लगती है।
हत्याकांड की जांच सीबीआई के हवाले है। तय है ‘क्विसलिंग’ में छपे तथ्यों की भी जांच न हुई तो तमाम महिलाओं/बच्चियों को जटिल यौन गुलामी में झोंक देने वाले उस नेटवर्क और उसके पीछे के चेहरों का खुलासा नहीं हो सकेगा- जो इस हत्याकांड जैसी वारदातों की वजह होते हैं।
सीबीआई के सामने इस मामले की जांच में सबसे बड़ी चुनौती होगी हत्या के असल कारणों की जांच। हत्या के लिए क्यों मजबूर हुई रूपम? यौन शोषण के आरोप में कितना दम है? केशरी पर यौन उत्पीड़न के आरोप का मामला खुलते ही भाजपा के एक नेता पटना से पूर्णिया तत्काल क्यों गए थे? किसके इशारे पर यह मामला रफा-दफा हुआ? इसके लिए कितनी रकम का लेन-देन हुआ और किसे कितना मिला? क्यों रूपम के स्कूल से सारे पुरुष अध्यापक हटा दिए गए थे और क्यों रूपम को एक गर्ल्स हॉस्टल खोलने की सलाह दी जा रही थी? क्विसलिंग का 2 जुलाई का अंक यानी उसकी फोटो कॉपी अब हर उस शख्स के पास है जो इस हादसे की तह में जाना चाह रहा है। कहा जा रहा है बहुत राज दफन हैं नवलेश के पास। इसीलिए उसकी गिरफ्तारी हुई। अब उसकी पत्नी रमा नवलेश की हत्या हो जाने की आंशका भी जता रही है।
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