Tuesday, January 11, 2011
सेक्स एजुकेशन फॉर मुस्लिम्स’ नामक इस किताब का मकसद लोगों को इस्लामी निर्देशों के मुताबिक सेक्स का पाठ पढ़ाना है।
मुसलमानों को सेक्स की शिक्षा देने के लिए पाकिस्तान में एक डॉक्टर द्वारा किताब लिखे जाने पर बवाल हो गया है। ‘सेक्स एजुकेशन फॉर मुस्लिम्स’ नामक इस किताब का मकसद लोगों को इस्लामी निर्देशों के मुताबिक सेक्स का पाठ पढ़ाना है।
इस किताब को लिखने वाले डॉक्टर मोबीन अख्तर का कहना है कि पाकिस्तान में सेक्स शिक्षा का न होना लोगों के लिए नुकसानदायक साबित हो रहा है और इसलिए उन्होंने यह किताब लिखी।
डॉक्टर अख्तर का कहना है, 'यह हमारे देश की एक बड़ी समस्या है। किशोरावस्था में लड़के हस्तमैथुन करते हैं। उनसे कहा जाता है कि यह सेहत के लिए ठीक नहीं और गुनाह है।'
उनका कहना है कि वो खुद उस दौर से गुजरे हैं जहाँ उनके पास इन चीजों के बारे में जानकारी देने वाला कोई नहीं था। डॉक्टर अख्तर का मानना है कि सेक्स के बारे में चर्चा करना गैर-इस्लामी नहीं। उन्होंने कुरान के अध्ययन के दौरान जाना कि इस्लाम में सेक्स के बारे में बहुत कुछ बताया गया है।
विरोध : पाकिस्तान में कुछ लोगों को डॉक्टर अख्तर की यह कोशिश नागवार गुजर रही है। उर्दू में अपनी किताब का नाम बदलकर उसे किशोरों की समस्या का नाम देने के बावजूद लोग इसका विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने बताया, 'मुझे कई बार धमकियाँ मिली हैं, यहाँ तक की कई डॉक्टरों ने भी मुझे झोलाछाप करार दिया।'
डॉक्टर अख्तर कहते हैं कि बहुत कम ऐसे प्रकाशक हैं जो इस किताब को छापने के लिए तैयार हों। उन्होंने कहा, 'इस तरह की प्रतिक्रिया बेहद दुखद है। सेक्स के बारे में जानकारी की कमी लोगों को मनोवैज्ञानिक तौर पर कमजोर बनाती है।'
उनका कहना है कि फिलहास पाकिस्तान में दबे-छिपे ढंग से भी सेक्स के बारे में बात नहीं हो रही है।
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