Wednesday, January 5, 2011

आंख बंद कर समाचार देने की मनोवृत्ति में बदलाव की जरूरत : गिरीश उपाध्याय


आंख बंद कर समाचार देने की मनोवृत्ति में बदलाव की जरूरत : गिरीश उपाध्याय
वैश्विक दबाव की पत्रकारिता का कुहासा छंटने लगा है : पुष्पेन्द्र पाल सिंह
भोपाल। जर्नलिस्ट्स यूनियन आफ मध्यप्रदेश *जम्प* द्वारा आयोजित संगोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार व नवदुनिया के संपादक श्री गिरीश उपाध्याय ने कहा कि अधकचरा ज्ञान वाली पीढ़ी पत्रकारिता को संचालित कर रही है इस कारण समस्याओं को बढ़ावा मिल रहा है। बिना पुष्टि किये आंख बंद कर समाचार देने की मनोवृत्ति में इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि आपसी ज्ञान बांटने से पत्रकारिता समृद्ध हो जायेगी इसके लिये अधिक चिन्ता करने की जरूरत नहीं है। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता संस्थान के विभागध्यक्ष श्री पुष्पेन्द्र पाल सिंह ने कहा कि वैश्विक युग में मीडिया की चाल को लेकर अब कुहासा छंटने लग गया है जो आने वाले दिनों में सब ठीक हो जायेगा। उन्होंने कहा कि भारत की खासबात यह है कि यहां प्रिंट मीडिया का प्रभाव बरकरार है जबकि अमेरिका जैसे देश में प्रिंट मीडिया कमजोर हुआ है। एनयूजे के उपाध्यक्ष श्री रामभुवन सिंह सिंह कुशवाह व जम्प के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश शर्मा ने भी अपने विचार रखे। संगोष्ठी का विषय था वैश्विक युग में मीडिया। कार्यक्रम का संचालन डा. नवीन जोशी ने किया जबकि आभार जिला इकाई के अध्यक्ष प्रवाल सक्सेना ने माना।
श्री गिरीश उपाध्याय ने कहा कि पत्रकारिता की शिक्षा के बाद भी पत्रकार का अनुभव अधिक मायने रखता है। संस्थानों का संचालन अधकचरे ज्ञान वाले पत्रकारों के हाथों में आ गया है जिससे पत्रकारिता का प्रभाव कम हुआ है। उन्होंने कहा कि समय के साथ हमें बदलाव तो लाना होगा लेकिन इसमें बहने की बजाये सहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कम्पोजिंग के युग से फेसबुक के युग तक आ गये हैं इसलिये व्यवहारिक बदलाव की अपेक्षा सभी पत्रकारों से की जा रही है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता त्याग के बजाये नौकरी हो गई है तो उसी प्रकार के परिणाम सामने आने लग गये हैं।
पत्रकारिता विभाग के पुष्पेन्द्र पाल सिंह ने कहा कि पत्रकारिता में समाचार के प्रस्तुतितकरण पर अधिक ध्यान होता जा रहा है जबकि विषय वस्तु गौण होती जा रही है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आने दौर इस भटकाव से सन्तुलित पत्रकारिता की ओर लौटेगा। उन्होंने कहा कि वैश्विक युग बुराईयों से कुहासा छंटने लग गया है और भारत के अनुरूप पत्रकारिता का युग आने वाला है। एनयूजे के उपाध्यक्ष श्री रामभुवन सिंह कुशवाह ने कहा कि हालांकि प0समाचार पत्रों में बाजारवाद हावी है ऐसे में सत्तर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भारत ही दुनियां का नेतृत्व करेगा। जम्प के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश शर्मा ने कहा कि मीडिया में स्वच्छ छवि के पत्रकारों को निराशा का सामना नहीं करना पड़ता है क्यों बाहरी प्रभाव से हमारी संस्कृति ही हमें बचा ले जाती है। आपने मध्यप्रदेश का उदाहारण देते हुये कहा कि मध्यप्रदेश पत्रकारिता की उर्वरा भूमि हैं जिसने देश को मूर्धन्य पत्रकार दिये हैं। हमें गर्व है कि मध्यप्रदेश की पत्रकारिता पर किसी भी प्रकार का कलंक नहीं लगा है। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथि वक्ताओं का स्वागत प्रदेश इकाई के सचिव अतुल पुरोहित व भोपाल इकाई सचिव दिनेश शर्मा ने किया। परिचर्चा में कई पत्रकारों ने सवाल पूछ कर अपने विचारों का समाधान किया।
Date: 05-01-2011





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