देश की आर्थिक राजधानी मुम्बई में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अपनी पत्नी मिशेल ओबामा समेत पहुंच गए हैं। इसके अलावा उनके साथ एक प्रतिनिधिमंडल भी आया है। अपने पहले भारत दौरे पर आज मुंबई पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का मुंबई हवाई अड्डे पर राज्य के प्रतिनिधि के तौर पर यहां के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने स्वागत किया। अशोक चव्हाण के साथ प्रोटोकाल मंत्री सुरेश शेट्टी और केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ओबामा की मुंबई हवाई अड्डे पर आगवानी की। खुर्शीद को प्रधानमंत्री की तरफ से ओबामा की आगवानी के लिये मिनिस्टर इन वेटिंग के तौर पर चुना गया है।मुख्यमंत्री चव्हाण, उप मुख्यमंत्री छगन भुजबल और गृह मंत्री आर आर पाटिल को आज होटल ताज में दोपहर को आयोजित होने वाले राष्ट्रपति बराक ओबामा के भाषण समारोह में शामिल होने का आमंत्रण दिया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा आज देपहर होटल ताज में आतंकवाद के खिलाफ अपना वक्तव्य देंगे। राज्य सचिवालय की तरफ से हलांकि इस बात की जानकारी नहीं दी गयी है कि ये मंत्री ओबामा के समारोह में पक्के तौर पर भाग लेंगे या नहीं। इससे पहले अमेरिकी दूतावास की तरफ से मांगी गयी निजी जानकारी को लेकर महाराष्ट्र के वरिष्ठ मंत्री और अफसरों में काफी नाराजगी है। अमेरिकी दूतावास ने ओबामा के कार्यक्रम के दौरान शामिल होने वाले लोगो के बारे में जानकारी मांगी थी। राजनयिक हलके से लेकर कारपोरेट जगत, हर कोई इस दौरे को अपने नजरिए से जोड़कर देख रहा है। ओबामा मुम्बई के उसी ताज होटल में ठहरेंगे जहां दो साल पहले पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने भारी रक्तपात मचाया था। इस लिहाज से उनका इस होटल में रुकना महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अपनी भारत यात्रा के दूसरे दिन ओबामा मुम्बई के एक स्कूल का दौरा करेंगे जहां वह बच्चों के साथ दीपावली का जश्न मनाएंगे। वह सेंट जेवियर्स कॉलेज भी जाएंगे। काइसके बाद वह भारतीय उद्यमियों से मुलाकात करेंगे।ओबामा रविवार को दिल्ली पहुंचेंगे जहां वह भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ एक निजी रात्रिभोज में शामिल होंगे। इसके अगले दिन वह राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। उनका हुमायूं का मकबरा जाने का भी कार्यक्रम है। इसके बाद ओबामा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात करेंगे और फिर दोनों एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। अपने सम्मान में आयोजित भोज से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति भारतीय संसद को भी संबोधित करेंगे। इसके बाद वह इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता के लिए रवाना होंगे।इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आज अपने नाम से प्रकाशित एक लेख में कहा है कि अमेरिका अपने निर्यात के रास्ते में खड़े अवरोधों को कम करने तथा भारतीय बाजार में पहुंच बढ़ाने के तरीके तलाशेगा। न्यूयार्क टाइम्स में प्रकाशित इस लेख में ओबामा ने लिखा है कि भारत के अपने पहले दौरे के दौरान मैं सैकड़ों अमेरिकी व्यापार प्रमुखों और भारतीय व्यापार प्रमुखों के साथ मिल कर अपने निर्यात लक्ष्य की ओर ठोस प्रगति की घोषणा करूंगा। यह लक्ष्य कोई अरबों डॉलर का होगा, जिससे हजारों अमेरिकी नागरिकों को रोजगार में मदद मिलेगी।ओबामा ने लिखा है कि वे अमेरिकी निर्यातों से अवरोध हटाने और भारतीय बाजार में पहुंच बढ़ाने के तरीके भी तलाशेंगे। ओबामा ने ‘‘एक्सपोर्टिंग ऑवर वे टू स्टेबिलिटी’’ शीर्षक वाले लेख में लिखा है, ‘‘हमारी सरकार अमेरिकी व्यापारियों और श्रमिकों के साथ मिलकर अपने सामानों और सेवाओं को दूसरे देशों में फैलाने और बेचने के लिए हर हाल में कदम उठाएगी, खासतौर से एशिया में। इस तरह हम रोजगार, समृद्धि और एक ऐसी अर्थव्यवस्था तैयार करेंगे, जो एक मजबूत बुनियाद पर खड़ी होगी।’’कश्मीरी पंडितों ने मांगी ओबामा की सहायताअमेरिका के कश्मीरी पंडितों ने राष्ट्रपति बराक ओबामा से अपील की है कि वे अपनी भारत यात्रा के दौरान शीर्ष भारतीय नेताओं से मुलाकात के समय कश्मीरी पंडितों के दुखों और घाटी में उनके मौलिक अधिकारों की रक्षा के लिए बात करें। भारतीय-अमेरिकी कश्मीरी मंचःआईएकेएफः ने अपने एक बयान में कश्मीर में पंडितों के आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक और राजनैतिक अधिकारों के संरक्षण और बचाव और कश्मीरी पंडितों के संस्कृति और समुदाय के संरक्षण की गारंटी की बात कही है। मंच ने इसके साथ-साथ सीनेटर शेरॉड ब्राउन के उस दावे का भी स्वागत और समर्थन किया है जिसमें शेरॉड ने कहा था कि कश्मीरी पंडितों की संस्कृति विलुप्त होने के कगार पर है और यह सिर्फ उनके मूल स्थान कश्मीर घाटी में ही फल-फूल सकती है।
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