अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा से ठीक पहले अमेरिका ने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) को आर्थिक मदद और सहयोग पुहंचाने वाले नेटवर्कों पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिया है। अमेरिकी वित्त मंत्रालय ने आजम चीमा पर भी आर्थिक प्रतिबंध लगाया है। चीमा ने नवंबर 2008 को हुए मुम्बई हमलावरों को प्रशिक्षण दिया था और वह जुलाई 2006 में मुम्बई में रेलगाड़ियों में हुए धमाकों का ‘साजिशकर्ता’ है। वित्तीय नेटवर्क खत्म करने की कोशिशलश्कर-ए-तैयबा के राजनीतिक मामलों के प्रमुख हाफिज अब्दुल रहमान, जैश-ए-मोहम्मद के अल रहमत ट्रस्ट और इसके संस्थापक एवं नेता मोहम्मद मसूद अजहर अल्वी की भी पहचान आतंकवादियों को मदद पहुंचाने वालों के रूप में की गई है। आतंकवाद और वित्तीय गुप्तचर विभाग में उप मंत्री स्टुअर्ट लेवी ने बताया कि लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद ने निर्दोष लोगों पर हमला कर अपने नापाक इरादे जाहिर किए हैं। यह फैसला इन खतरनाक संगठनों के कामकाज और वित्तीय नेटवर्क को खत्म करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। वित्त मंत्रालय के अनुसार चीमा लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख कमांडर है। उसके संबंध ओसामा बिन लादेन और अल कायदा नेटवर्क से भी है।
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