Wednesday, February 2, 2011

आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप ने गत दिनों नई दिल्ली में केन्द्रीय आदिवासी मामलों के


आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप ने गत दिनों नई दिल्ली में केन्द्रीय आदिवासी मामलों के मंत्री श्री कांतिलाल भूरिया से सौजन्य भेंट कर राज्य सरकार द्वारा अनुसूचित जन-जातियों के हित में किए जा रहे कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में चर्चा की।
इस दौरान श्री कश्यप ने राज्य के आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ की तेरह स्थानीय जातियों को अनुसूचित सूची में शामिल करने का प्रस्ताव को स्वीकृत करने की मांग की। आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास मंत्री श्री केदार कश्यप ने बताया कि छत्तीसगढ़ की पांच जातियों को अनुसूचित जाति और आठ जातियों को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने के लिए आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा प्रस्ताव भेजा गया है। श्री कश्यप ने इस प्रस्ताव पर जल्द फैसला लेने का अनुरोध केन्द्र सरकार से किया है। छत्तीसगढ़ की जिन तेरह जातियों को आरक्षित वर्ग में शामिल करने का प्रस्ताव है इनमें अनुसूचित जाति की सूची के लिए चिक गांड़ा, चिक, चीक, महरा, माहरा जाति तथा अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल करने के लिए खडिया, पारधी, सौंरा, संवरा, केंवट, ढीमर, कहार और मल्लाह जाति का प्रस्ताव भेजा गया है।

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